शुकवार को प्रदर्शनकारी किसान नेता भाजपा किसान मोर्चा के कार्यक्रम का विरोध करने पहुंचे थे।
कुरुक्षेत्र, 25 सितंबर। कुरुक्षेत्र पुलिस ने भाजपा की बैठक के दौरान रास्ता रोकने व हत्या की कोशिश के आरोप में नौ लोगों को नामजद कर 125 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। शिकायत के मुताबिक आरोपितों ने सैनी धर्मशाला में भाजपा ओबीसी मोर्चा के कार्यक्रम से पूर्व बैरिगेट को गिराया और भाजपा नेताओं की गाडिय़ों की तरफ लपके। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने उनको रोकने की कोशिश की तो उनको धक्का मारे और गाडिय़ों के ऊपर जान से मारने की नियत से पत्थर फैंके जिससे गाडिय़ों के शीशे टूट गए और जब ज्यादा फोर्स बीच में आयी तो आरोपित धमकी देते हुए चले गए। जांच अधिकारी वजीर से ने बताया कि पुलिस ने मौके पर वीडियोग्राफी कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने नौ लोगों को नामजद कर 125 के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस अन्य आरोपितों की पहचान कर रही है।
केयूके थाना पुलिस के एसआइ रघुबीर सिंह ने केयूके थाना में शिकायत दर्ज कराई कि शुक्रवार को वह भाजपा ओबीसी मोर्चा की बैठक के दौरान कानून व्यवस्था बनाने के लिए सिपाही कृष्ण कुमार, एसपीओ संजीव कुमार, होमगार्ड दलबीर, सुखदेव सिंह, अमित के साथ सैनी समाज धर्मशाला के सामने मौजूद था। कृष्णा गेट थाना प्रभारी मलकीत सिंह अपनी रिजर्व के साथ, भलाई निरीक्षक विक्रांत, सीआइए-वन प्रभारी जसपाल, सीआइए-टू प्रभारी मंदीप सिंह अपने स्टाफ के साथ कानून व्यवस्था की ड्यूटी पर मौजूद थे। क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए सड़क के दोनों साइड पर नाकाबंदी की गई थी।
शिकायत में बताया कि किसान यूनियन के नेता जसबीर सिंह मामु माजरा की अध्यक्षता में अक्षय हथीरा, राजेंद्र सिंह कैंथला खुर्द, दिलबाग सिंह बारवा, अमरीक सिंह बहादुरपुरा, जयभगवान उर्फ काला किरमच , उदय बुरा किरमच , जस्सा बीड अमीन, कृष्ण कुमार कलाल माजरा सहित 100-125 किसान अपने हाथों में डंडा लाठी लेकर नारे लगाते हुए नाकों को तोड़ कर व बैरिगेट्स को तोड़ कर आए। भाकियू नेता सैनी समाज धर्मशाला के सामने सडक पर बैठ गए। उन्हें समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन किसानों ने किसी की कोई बात नहीं मानी और सडक पर बैठकर नारेबाजी करते रहे। जैसे ही भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व नेताओं की गाडयि़ां बैठक में आने लगी तो किसान सडक से उठाकर बैरिगेट को गिराते हुए एकदम उन गाडिय़ों की तरफ लपके ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने उनको रोकने की कोशिश की तो उनको धक्का मारते हुए गाडिय़ों के ऊपर जान से मारने की नियत से ईंट व पत्थर फैंके। गाडिय़ों पर डंडे मारे, जिससे कई गाडिय़ों के शीशे टूट गए। ज्यादा फोर्स बीच में आई तो वहां से धमकी देते हुए चले गए। आरोपितों ने सरकारी कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की। फिलहाल, पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।