पहले चरण और दूसरे चरण में 9-9 तथा तीसरे चरण में 4 जिलों में हो रहे हैं पंचायत चुनाव
जन सरोकार ब्यूरो
चंडीगढ़। पंचायत चुनाव के पहले चरण के 9 जिलों में नामांकन की प्रकिया पूरी हो चुकी है। इन 9 जिलों में 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को वोटिंग होनी है। खास बात है कि इन 9 जिलों के 133 गांवों में सरपंच 74 पुरूष-59 महिलांए और 17 हजार 158 वार्डों में पंच सर्व सम्मति से चुने गए हैं। अब इन गांवों और वार्डों में सरकार की तरफ से करीब 87 करोड़ रुपये की ग्रांट विकास कार्यों के लिए दी जाएगी। यहां बता दें कि सर्वसम्मति से चुने गए 17158 पंचों में 8,708 पुरुष और 8,450 महिलाएं शामिल हैं। प्रदेश के इन 9 जिलों में पंच पद के 25,968 पदों के लिए 39,619 नामांकन भरे गए थे। उक्त वार्डों में सर्व सम्मति बनने के बाद अब 16,832 उम्मीदवार बचे हैं, जिसमें 9,593 पुरुष एवं 7,239 महिलाएं शामिल हैं।
इन 9 जिलों में हैं पहला चरण
पंचायत चुनाव का पहला चरण प्रदेश के पानीपत, भिवानी, जींद, झज्जर, कैथल, महेंद्रगढ़, नूंह, पंचकूला और यमुनानगर में हो रहा है। यहां बता दें कि पहले चरण में कुल 2,607 पंचायतों में से सरपंच पद के 17,597 प्रत्याशियों ने नामांकन था जिनमें से अब 11 हजार 391 उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे हैं।
जानिए.. पंचायत चुनाव की खास बातें
इस बार पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया गया है तथा ओड-इवन से गांवों व वार्डों में महिला पुरूष उम्मीदवार तय किये गए हैं। इसके अलावा इस बार पंचायतों में पिछड़ा वर्ग को 8 फीसदी आरक्षण दिया गया है तथा पंच, जिला परिषद और ब्लॉक समिति में पिछड़ा वर्ग को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया गया है।
पढिए.. सर्वसम्मति पर ये देते हैं ग्रांट
यहां बता दें कि सर्वसम्मति से चुनी पूरी पंचायत को सरकार 11 लाख रुपए देती है। यदि किसी गांव में केवल सरपंच सर्व सम्मति से बनता है तो उस पंचायत को 5 लाख, पंच के लिए 50 हजार और पंचायत समिति सदस्य के लिए 2 लाख रुपए ग्रांट मिलती है। यह ग्रांट गांव और संबंधित वार्ड के विकास पर खर्च की जाती है।