-सोनीपत में तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी, इंजीनियर सहित 11 पर केस दर्ज
सोनीपत, 13 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): सोनीपत में शहरी क्षेत्र की सरकारी जमीन को कब्जा करके खेती की जमीन दिखाकर औने-पौने दाम में रजिस्ट्री कर करोड़ों का गोलमाल किया गया। इस पूरे मामले में भूमाफिया के अलावा नगर निगम के अफसर भी संलिप्त रहीं। अब इस मामले से पर्दा उठने के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने सीएम फ्लाइंग के सुनील कुमार के बयान पर सोनीपत के तत्कालीन तहसीलदार विकास, पटवारी राजेंद्र, कानूनगो सुरेश कुमार, नगर निगम के सहायक अभियंता देवेंद्र और नायब तहसीलदार बलवान सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। दरअसल सीएम फ्लाइंग की टीम की ओर से शिकायत संज्ञान में आने के बाद पूरे मामले की जांच की गई थी। जांच में पाया कि शहर में करीब तीनर हजार व्यवसायिक, रिहायशी कस्टोडियन जगह को रेवेन्यू व नगर निगम विभाग के अधिकारियों ने कुछ भू माफियाओं के साथ मिल कर सुनियोजित तरीके से रिकॉर्ड के अनुसार कृषि भूमि दिखा कर अंतरण/ रजिस्ट्रीकृत करके नियमों की अनदेखी की। आरोपियों ने अनुचित लाभ कमाने की नियत से सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपए की अनुचित हानि पहुंचाई है। जांच में सामने आया कि वर्ष 2014 में लाभार्थी द्वारा जब रेवेन्यू अधिकारी को रेजिस्ट्रेशन अपने पक्ष में करवाने के लिए आवेदन किया गया था तब इस विवादित जमीन का अन्तरण तहसीलदार बिक्री द्वारा 2020 में एक पटवारी द्वारा नियमों के खिलाफ मनमाने तरीके से बिना किसी मापदंड के भू माफियाओं के साथ मिल कर कराए मूल्यांकन के आधार पर मौका निरीक्षण करने के बावजूद इसे कृषि भूमि दिखा कर मात्र 2 करोड़ 30 लाख रुपए के हिसाब से कर दिया। जबकि जमीन की बाजार कीमत तकरीबन 17 करोड़ रुपए थी।