फतेहाबाद : बाढ़ बचाव के पुख्ता प्रबंध, क्षेत्र के किसानों ने जताया आभार
फतेहाबाद। सरकार द्वारा बाढ़ बचाव के लिए किए गए पुख्ता प्रबंधों के लिए शक्करपुरा, ढेर, दिवाना, धारसूल कलां व खुर्द, घासवा, रत्ताथेह सहित विभिन्न गांवों के दर्जनों किसानों तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने सरकार व जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। किसान एवं पूर्व सरपंच हंसराज, डॉ. प्यारा, कश्मीर सिंह, हरजतिन सिंह, मेहर सिंह, भजन सिंह, परमजीत सिंह, रलदू सिंह, बलकार सिंह, गुलाब सिंह, सोहन सिंह, सूरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, करण सिंह, हरचरण सिंह, बंसी आदि किसानों ने कहा कि इस बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में बाढ़ आने से बहुत ज्यादा जान-माल का नुकसान होता था। सरकार व प्रशासन दूरगामी सोच के कारण होने वाले नुकसान से बचाव हुआ है। इस मौके पर डीसी महावीर कौशिक, एसडीएम गौरव अंतिल, अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई व सरकारी प्रवक्ता से बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में 3500 से अधिक एकड़ भूमि में पहले हमारी फसलें भी 30 से 40 प्रतिशत होती थी। अब मनोहर सरकार, जिला प्रशासन तथा सिंचाई विभाग द्वारा किए गए बाढ़ बचाव प्रबंधों से जहां इस क्षेत्र में जान-माल का बचाव हुआ है वहीं शत प्रतिशत हमारी खेती भी पक्क कर अच्छी तरह से तैयार होती है। किसानों ने कहा कि बाढ़ बचाव के प्रबंध सुनिश्चित होने से जहां आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है वहीं हमारे क्षेत्र में खुशहाली आई है। उन्होंने कहा कि मनोहर सरकार में इस क्षेत्र के किसानों की बल्ले-बल्ले है। इस क्षेत्र में ज्यादातर झीरी/धान, गन्ना व गेहूं की खेती की जाती है। इसके साथ-साथ पशुपालन व्यवसाय भी नागरिकों द्वारा अपनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि अत्याधिक बरसात होने व बाढ़ आने से इस क्षेत्र में बहुत ज्यादा एरिया में जलभराव हो जाता था, जिससे पशुधन व खेती को सीधा नुकसान होता था। इसके साथ-साथ जलभराव होने से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से नागरिक चपेट में आ जाते थे। जल निकासी के लिए पाइपलाइन, डे्रन डालने व बाढ़ बचाव के अच्छे प्रबंध करने से जहां कृषि व पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिला है और होने वाले बीमारियों से भी बचाव हुआ है।
इस मौके पर डीसी महावीर कौशिक व सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले तीन वर्ष 2018-19 से 2020-21 के दौरान भाखड़ा जल सेवा मंडल फतेहाबाद के टोहाना जल सेवा प्रमंडल टोहाना में पाइप लाइन ड्रेन निर्माण हेतू 10 नंबर बाढ़ एजेंडा एवं बाढ़ के पानी की निकासी हेतू बोरवेल निर्माण के लिए ग्राम खुर्द, म्योंड कलां, नाथूवाल, ढेर, हिंडलवाला, ढाणी टालियां, रत्ताथेह, दीवाना, कानाखेड़ा, तलवाडा, शक्करपुरा और सिधानी के खेतों से 427.87 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई। पाइपलाइन नालों के निर्माण से इन गांवों में से करीब 3500 एकड़ क्षेत्र के खेतों का बाढ़ का पानी सफलतापूर्वक निकाल दिया गया। पाइपलाइन की नालियों से पूरा इलाका डूब गया था। क्षेत्र की फसलों को बारिश/बाढ़ के पानी से बचाया गया।
उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में पंजाब राज्य के गांव चुलाल से सिधानी तक सडक़ के किनारे सिधानी गांव की एक विशाल खेती योग्य भूमि बारिश/बाढ़ के पानी से जलमग्न हो जाती है। आसपास के क्षेत्र का बारिश का पानी सड? के नीचे होने के कारण गांव सिधानी के खेतों में जमा हो जाता है। बारिश के पानी के खड़े होने से फसल व गांव आबादी को नुकसान से बचाने के लिए सिंचाई कर्मी लंबे समय से मांग कर रहे थे। वर्ष 2019-20 के दौरान ग्राम सिधानी के खेतों से बाढ़ के पानी की निकासी के लिए 10 बोरवेल का निर्माण किया गया। 2019-20 के पिछले बरसात के मौसम के दौरान और 2020-21 में सिधानी गांव के लगभग 2000 एकड़ में निचले इलाकों में जमा बारिश का पानी खेतों में सफलतापूर्वक निकाल गया है।
पिछले तीन वर्षों के दौरान आरडी 6.35 किमी एल/साइड 55.84 पर रंगोई नाला में पडऩे वाले गांव ढेर और कान्हाखेड़ा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन नाली गई, ग्राम साधनवास आर/साइड 70.50 के पास घग्गर एस्केप में आउट-फॉलिंग ग्राम साधनवास के बाढ़ के पानी के लिए पाइप लाइन ड्रेन आरडी 0-8100 और कच्चा ड्रेन आरडी 8100-13130 का निर्माण, वीआर ब्रिज जाखल-कुलां रोड 12.64 के पास घग्गर नदी में स्थित तलवाडा नदी के बाहर आने वाले गांव तलवाडा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नालियों का निर्माण, रंगोई नाला में स्थित गांव शक्करपुरा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए आरडी 7.25 किमी दाईं ओर 19.14 पर पाइपलाइन नालों का निर्माण, रंगोई नाले में आरडी 6473 से 0 आउटफॉलिंग आरडी 1.90 किमी बाएं 42.49 गांव म्योंद और नाथूवाल के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नाली का निर्माण, रंगोई नाला में आरडी 2120 से 0 आउटफॉलिंग आरडी 1.50 किमी दायीं और गांव म्योंद खुर्द के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण। आरडी 6000 से 4000 तक गांव ढेर के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण, मौजूदा होदी को जोडऩे के लिए पहले से ही निर्मित पाइपलाइन ड्रेन को रंडोई नाले में केएम 6.35 बाईं, केएम 6.35 बाएं 129.95 पर रंगोई नाले में आरडी 0 से 12200 तक गांव हिंडलवाला (ढाणी टालियां) के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन नाली का निर्माण, रंगोई नाला में आरडी 3600 से 0 आउटफॉलिंग गांव रत्ताथेह और दीवाना के बाढ़ के पानी को 10.150 किमी बाईं और 27.19 पर पाइप लाइन ड्रेन का निर्माण, आरडी 6652 से 4100 तक गांव कानाखेड़ा के बाढ़ के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन ड्रेन का निर्माण, मौजूदा होदी को जोडऩे के लिए पहले से निर्मित पाइपलाइन ड्रेन को रंगोई नाले में 6.35 किमी तथा ग्राम सिधानी के खेतों से बाढ़ के पानी की निकासी के लिए 10 बोरवेल का निर्माण करवाया गया, जिन पर कुल 427.87 लाख रुपये की राशि खर्च की गई।