प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के एक गांव कोरोना माता का मंदिर बनवाने का मामला सामने आया है। हालांकि प्रशासन ने इस मंदिर को हटवा दिया है। पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सांगीपुर थाना इलाके के जूही शुकुलपुर में चार दिन पहले कुछ लोगों ने कोरोना माता का मंदिर बनवाया था। जहां लोग अंधविश्वास को बढ़ावा देते हुए पूजा अर्चना करने लगे थे। शुक्रवार की रात को पुलिस प्रशासन ने मंदिर को ढहा दिया और कोरोना माता की बनी प्रतिमा को थाने उठा लाई। मंदिर बनवाने वाले एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि मंदिर में कोरोना देवी की छवि को प्रतिमा के रूप में साकार किया गया था। इसके बाद यहां पूजा-पाठ शुरू हो गया था। मंदिर सिर्फ पूजा-अर्चना के लिए ही नहीं है, बल्कि कोविड-19 गाइडलाइन के पालन करने का संदेश दे रहा था। ग्रामीणों के अनुसार, इस गांव में कोरोना वायरस की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग पॉजिटिव हो गए थे। हालांकि इलाज के बाद वो सभी ठीक हो गए थे। ऐसे में ग्रामीणों ने पूजा-पाठ का सहारा लिया। लोगों ने गांव में एक नीम के पेड़ के नीचे कोरोना माता की मूर्ति स्थापित की और सुबह-शाम आरती करने लगे थे। एक ग्रामीण ने कहा था कि ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से इस विश्वास के साथ मंदिर की स्थापना की है कि देवता की पूजा करने से निश्चित रूप से लोगों को कोरोना वायरस से राहत मिलेगी।
लोगों ने बना डाला ‘कोरोना माता’ का मंदिर, प्रतिमा को थाने लाई पुलिस, एक हिरासत में
By Jan Sarokar
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