मनोहर मैमोरियल पीजी कॉलेज फतेहाबाद में ‘महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा’ विषय पर ऑनलाइन विस्तार व्याख्यान का आयोजन

फतेहाबाद। मनोहर मैमोरियल पीजी कॉलेज फतेहाबाद में हिन्दी विभाग की ओर से ‘महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणाÓ विषय पर एक ऑनलाइन विस्तार व्याख्यान का आयोजन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी कोहली के निर्देशन में करवाया गया। इस विस्तार व्याख्यान में मुख्यअतिथि के रूप में प्रो. एसके गहलावत, डीन एकेडमिक अफेयर्स, चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा ने भाग लिया तथा मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. गीतू धवन, सहायक प्रवक्ता, गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय हिसार तथा मनोहर मैमोरियल पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुरदास दास उपस्थित रहे। व्याख्यान के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने अतिथियों का स्वागत किया और अपने संबोधन में कहा कि हमें इस महामारी के प्रति सतर्क रहना होगा व दूसरों को भी इसके प्रति सतर्क रहने के लिए प्रेरित करना होगा ताकि पूरा विश्व इस महामारी से सुरक्षित रह सके।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. एसके गहलावत ने छात्रों से कहा कि युवाओं को उन लोगों व विभिन्न संस्थाओं से सीख व प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने इस महामारी के समय पूरे विश्व में अपनी जान की परवाह न करते हुए अपनी सेवाएं जारी रखी। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ. गीतू ने कहा कि इस महामारी में हमने देखा कि मनुष्य इतना संवेदनहीन हो गया है कि वह दु:ख की घड़ी में अपनों से ही किनारा करने लगा। आज समय है कि हम अपने अंदर सकारात्मकता को बनाए रखें व अपनों के प्रति संवेदनशीलता का परिचय दें। उन्होंने कहा कि जब भी व्यक्ति पर कोई विपदा आती है तो सबसे पहले उसका मनोबल टूटता है। जहां भी व्यक्ति का मनोबल टूटता है, उसका जीवन समाप्त हो जाता है, इसलिए हमें अपना मनोबल बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से स्वयं और अपने प्रदेश को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपने भीतर नए उत्साह व ऊर्जा का संचार करना होगा। जब तक हमें जोश व उमंग का ऑक्सीजन नहीं मिलेगा, हमारी संवदेनाए खत्म हो जाएंगी। हमें इन संवेदनाओं को बचाकर रखना है। बाहरी ऑक्सीजन के साथ-साथ उमंग की भी ऑक्सीजन जरूरी है ताकि हम महामारी का सामना करना सके। कार्यक्रम का सफल संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी कोहली द्वारा किया गया तथा डॉ. ज्योति चौधरी द्वारा व्याख्यान में भाग लेने पर सभी अतिथियों का धन्यवाद किया गया। इस कार्यक्रम के तकनीकी रूप से सफल बनाने में डॉ. विकेश सेठी व उनकी टीम ने भरपूर सहयोग दिया