नई दिल्ली। भारत के महान फर्राटा धावक ‘फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। मिल्खा सिंह का लगभग एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद आज चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। इससे एक सप्ताह पहले उनकी पत्नी और भारतीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान निर्मल कौर का भी निधन हो गया था। मिल्खा सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, वीपी सिंह बदनौर श्मशान घाट पर मौजूद रहे। इसके साथ-साथ पंजाब सरकार के कई मंत्री, बड़े नेता और अधिकारी भी उपस्थित रहे। मिल्खा सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मिल्खा सिंह के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा और राज्य में एक दिन का शोक भी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री मिल्खा सिंह के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर भी गए थे।
महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह के निधन के साथ एक युग के अंत पर पूरे देश ने शोक जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने एक ‘बहुत बड़ा खिलाड़ी खो दिया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक बहुत बड़ा खिलाड़ी खो दिया जिनका असंख्य भारतीयों के ह्रदय में विशेष स्थान था। अपने प्रेरक व्यक्तित्व से वे लाखों के चहेते थे। मैं उनके निधन से आहत हूं।’
उन्होंने आगे लिखा, मैने कुछ दिन पहले ही श्री मिल्खा सिंह जी से बात की थी। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बात होगी । उनके जीवन से कई उदीयमान खिलाडयि़ों को प्रेरणा मिलेगी। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों को मेरी संवेदनाएं।
पंचत्व में विलीन हुए ‘फ्लाइंग सिंख’ मिल्खा सिंह, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
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