डीसी ने की सीएम विंडो की लंबित शिकायतों के निपटान कार्य की समीक्षा, अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
फतेहाबाद, 3 जुलाई। सीएम विंडो पर ओवरड्यू हो चुकी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निवारण करें और सात दिन में इसी रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय में भेजें। अधिकारी व्यक्तिगत रूची लेकर जिम्मेवारी के साथ सीएम विंडो पर आई शिकायतों को जल्द से जल्द निपटान करें। ये निर्देश डीसी महावीर कौशिक ने लघु सचिवालय के सभागार में सीएम विंडो की लंबित शिकायतों के निपटान कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागाध्यक्षों को दिए। डीसी ने कहा कि सीएम विंडो से संबंधित कोई भी शिकायत लंबित न रहे, इसके लिए अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। पोर्टल पर जो भी शिकायत लंबित हैं, उनका प्राथमिकता के साथ समाधान करते हुए निपटारा करें। ओवरड्यू हो चुकी शिकायतों को एक सप्ताह के अंदर-अंदर निवारण करके उपायुक्त कार्यालय में रिपोर्ट भिजवाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा नागरिकों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सीएम विंडो की सुविधा उन्हें अधिकार के रूप में उपलब्ध करवाई गई है। इसलिए सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करना हर विभाग की नैतिक कर्तव्य के साथ-साथ जिम्मेवारी भी है। उन्होंने कहा कि विभागाध्यक्ष स्वयं रूचि लेकर लंबित शिकायतों का निपटान करवाएं।
डीसी ने कहा कि सीएम विंडो पर आई शिकायतों को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए तुरंत निपटान करवाया जाए और जिस भी विभाग से संबंधित सीएम विंडो की पैंडेंसी है, उन्हें जल्द से जल्द पूरा करें। जिला में अब तक सीएम विंडो पर प्राप्त 7974 शिकायतों में से 7706 शिकायतों का निपटान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिनों से पहले-पहले पोर्टल पर शेष बची 268 शिकायतों का निपटान किया जाए। संबंधित अधिकारी को सीएम विंडो पर प्राप्त शिकायतों के निपटान में कोई परेशानी आती है तो वे उनसे तथा विभाग के मुख्यालय से संपर्क करके शिकायतों का समाधान करवाए। डीसी ने कहा कि अधिकारी अपना दायित्व गंभीरता से निभाएं ताकि शिकायतकर्ता को संतुष्टï किया जा सके। सीएम विंडो की मॉनिटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल करते हैं, इसलिए अधिकारी विंडो पर आई शिकायतों को गंभीरता से लें और इसमें किसी प्रकार की कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर एसडीएम कुलभूषण बंसल, एनीमेंट पर्सन धन्नज्य अग्रवाल, अनिल सिहाग, तहसीलदार रणविजय सिंह सुल्तानिया, डीएसडब्लयूओ इंद्रा यादव, एलडीएम उमाकांत चौधरी, डीआईओ सिकंदर, बीडीपीओ नरेन्द्र कुमार, संदीप भारद्वाज, विनय प्रताप, नायब तहसीलदार गोपीचंद, राजेश गर्ग सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।