मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से की सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा, जल शक्ति अभियान, मेरा पानी मेरी विरासत व अटल भूजल सेवा योजना की समीक्षा में प्रशासनिक अधिकारियों को दिए काम को आगे बढ़ाने के निर्देश
फतेहाबाद, 18 सितंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के जिला उपायुक्तों के साथ बैठक कर सिंचाई विभाग की रियल टाइम डाटा एक्विजिशन सिस्टम योजना, जल शक्ति अभियान, मेरा पानी मेरी विरासत और अटल भूजल सेवा योजना को आगे बढ़ाने व उस पर काम करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हमें समय रहते जल प्रबंधन पर गंभीर रूप से सोचना होगा। प्रदेश सरकार ने विगत डेढ़ वर्षो में इस पर काफी काम किया है। हमें चाहिए कि अधिक पानी का दोहन करने वाली फसलों को भी ना कहें। प्रदेश सरकार ने धान की फसल ना होने पर प्रति एकड़ 7 हजार रुपये का मुआवजा भी देने की योजना बनाई है अगर यही हाल रहा तो आने वाले 30 से 35 सालों में यहां मरुस्थल बन जाएगा। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ उगाने और जल संचयन पर काम करना होगा। सरकार ने थ्री पोंड सिस्टम की योजना भी बनाई है और तालाब प्राधिकरण की का गठन भी किया है। हमें ज्यादा से ज्यादा सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं का सहारा लेना चाहिए, पानी के स्रोत को किस तरह से बचाया जा सके, इस पर ज्यादा से ज्यादा काम करने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग की इस योजना के तहत पूरे प्रदेश में पानी के चैनलों पर निगरानी रखी जा सकेगी। किस हेड से कितना पानी जा रहा है और आगे जाकर उसमें कितना पानी बह रहा है पूरी पूरी निगरानी इस प्रक्रिया के तहत होगी। पूरे प्रदेश में 90 वाटर चैनल में यह सिस्टम लगाया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि जल शक्ति अभियान और अटल भू जल योजना को आगे बढ़ाने के लिए मनिका श्योकंद को इसका ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस उपरांत डीसी महावीर कौशिक ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल शक्ति अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्यों को जल्द से जल्द प्राप्त करते हुए लोगों को जल संचयन के लिए प्रेरित करें। डीसी ने कहा कि जल शक्ति अभियान पर हम सब को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जिला में संबंधित विभाग द्वारा जल संचयन और जल शक्ति अभियान को लेकर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि लोग जागरूक हो सके। वीसी में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुलभूषण बंसल, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओपी बिश्रोई, सीएमजीजीए रितेश कॉल, जिला मत्स्य अधिकारी संदीप सिंह बेनीवाल सहित संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।