नवजोत सिंह सिद्धू का नाम भी सीएम पद की रेस में है। सिद्धू खेमे के विधायक और मंत्री कई बार उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर चुके हैं। पंजाब में मुख्यमंत्री की रेस में सुखजिंदर रंधावा, प्रताप सिंह बाजवा और राजिंदर कौर भट्ठल को बताया जा रहा है लेकिन राजनीतिक जानकार सुनील जाखड़ का नाम बतौर मुख्यमंत्री प्रमुखता से ले रहे हैं
चंडीगढ़, 18 सितंबर। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का आखिरकार इस्तीफा हो ही गया।। लेकिन सवाल सबसे बड़ा अब यह है कि कैप्टन के बाद पंजाब में कौन होगा सीएम? कांग्रेस से जुड़े रणनीतिकारों की मानें तो पंजाब में सीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार सुनील जाखड़ हैं। बेशक, कुछ और नाम भी सत्ता के गलियारों में नए मुख्यमंत्री के तौर पर चल रहे हैं लेकिन प्रभावी दावेदारी सुनील जाखड़ की ही मानी जा रही है। क्योंकि, सभी सियासी ‘गणित’ जाखड़ की फेवर में हैं।
कांग्रेस से जुड़े लोग बताते हैं कि अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर आलाकमान की ओर से तकरीबन हरी झंडी मिल चुकी है। हालांकि इसमें तीन नाम सबसे प्रबल दावेदारों की लिस्ट में चल रहे हैं, जिसमें सबसे मजबूती से सुनील जाखड़ का नाम आगे रखा जा चुका है। बताया तो यह भी गया है कि प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की सहमति भी सुनील जाखड़ के लिए ही बनी हुई है। सूत्रों का कहना है कि सुनील जाखड़ का नाम मुख्यमंत्री की लिस्ट में सबसे आगे होने के कई कारण भी हैं। क्योंकि पंजाब में प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष सिख है, इसलिए मुख्यमंत्री के तौर पर गैर-सिख को बिठाना कांग्रेस राजनीतिक लिहाज से ठीक मान रही है। जिसमें सुनील जाखड़ फिट हो रहे हैं। इसके अलावा सुनील जाखड़ किसानों के बड़े नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं।
सुनील जाखड़ के अलावा कैप्टन अमरिंदर का विरोध करने वाले सुखजिंदर रंधावा भी मुख्यमंत्री की रेस में है। इनके अलावा प्रताप सिंह बाजवा और राजिंदर कौर भ_ल के नाम का भी जिक्र है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि जब तक अंतिम नाम फाइनल नहीं हो जाता, तब तक किसी का भी नाम लेना महज कयासबाजी ही होगी। हालांकि उन्होंने इशारों में बताया कि पंजाब की राजनीति में कांग्रेस खुद को आगे रखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष सिख और मुख्यमंत्री गैर-सिख रखने की योजना पर ही चल रही है।
इन तमाम नेताओं के मुख्यमंत्री की रेस में नाम होने के साथ-साथ पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम बतौर मुख्यमंत्री चर्चा में है। हालांकि सूत्रों का कहना है 2022 में होने वाला विधानसभा का चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू को बतौर मुख्यमंत्री का चेहरा रखकर लडऩे की तैयारी की जा रही है। एक वरिष्ठ महिला नेता का कहना है ऐसे में एक संभावना यह भी बन रही है कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
पंजाब कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जिस तरीके से आज इस्तीफे के बाद कहा है कि उनके विकल्प खुल हैं। वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने के बाद भविष्य बाबत कोई निर्णय लेंगे और फिलहाल व कांग्रेस में बने हुए हैं। उनके इस बयान के मायने यह निकाले जा रहे हैं कि वह जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेने वाले हैं। माना जा रहा है कि कैप्टन के पास किसी अन्य पार्टी में शामिल होने के विकल्प लगभग न के बराबर हैं और अचानक नई पार्टी खड़ी करना उनके लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाला साबित होगा।
बहरहाल, सभी की निगाहें फिलहाल इस बात पर ही टिकी हैं कि पंजाब में अब कांग्रेस मुख्यमंत्री की सीट किस नेता को सौंपती है।