बोले- हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सरसों, मैथी, बथुआ और गाजर चुकंदर आदि का सेवन करना चाहिए
फतेहाबाद, 17 अक्टूबर।
उपायुक्त महावीर कौशिक ने बताया कि एनीमिया को दूर करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, सरसों, मैथी, बथुआ और गाजर चुकंदर आदि का सेवन करना चाहिए। इनके साथ भोजन में विटामिन-सी एवं ए युक्त खाद्य पदार्थ जैसे नींबु, मौसमी, आवंला और संतरा आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा घर में लोहे से बने बर्तन जैसे कढ़ाई का प्रयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एनीमिया एक तरह की बिमारी है, जो रक्त की कमी से पीडि़त व्यक्ति को शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं और हिमोग्लोबिन की कमी से होता है। हिमोग्लोबिन रक्त की कोशिकाओं के लिए ऑक्सीजन आबाध्य करने के लिए आवश्यक होता है। यह शरीर में आयरन की कमी से भी होता है। खून की कमी के लक्षण के बारे में उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि यह सभी वर्ग के बच्चों एवं गर्भवत्ती महिलाओं में अधिक पाया जाता है, जिनको एनीमिया होने पर शारीरिक कमजोरी, थकान, सिर दर्द, चक्र आना, त्वचा का पीला होना, दिल की धडक़न का बढऩा, नाखुन और जीभ का सफेद होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। हिमोग्लोबिन की जांच भी करवानी चाहिए।
आयरन की कमी होने पर बच्चों को खिलाएं गोलियां
उपायुक्त ने कहा कि एनीमिया को दूर करने के लिए विशेषत: लोहे की बनी कढ़ाई में हरी पत्तेदार सब्जी बनानी चाहिए। पत्तेदार, हरी सब्जी को पहले धोना चाहिए। उसके उपरांत काटना चाहिए। खाना खाने के बाद गुड़ या गुड़ से बनी चीजें जैसे टिक्ड़ी या तिल से बनी गुड़ की पट्टी अवश्य खानी चाहिए। आयरन की कमी होने पर बच्चों को आयरन की गोलियां खिलाई जा सकती है। आयरनयुक्त आहार व गोलियां खाने वाले को दूध का प्रयोग कम से कम दो घंटे पहले या दो घंटे बाद में करना चाहिए। उपायुक्त ने एनीमिया की जागरूकता को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारियों से भी कहा कि वे इसकी जागरूकता के लिए जन जागरण अभियान चलाए।