सभी पार्टियों के ‘कर्ताधर्ता’ हर मोर्चे पर पूरी शिद्दत से डटे हैं। चुनाव प्रचार में किसी की ओर से नहीं दिख रही किसी भी तरह की ढील
ऐलनाबाद, 17 अक्टूबर। चुनाव हो और सट्टा बाजार का जिक्र न हो, ऐसा मुमकिन नहीं। ठीक इसी तरह, वोटों की खरीद-फरोख्त करने की मंशा रखने वालों और ‘बिकने’ को तैयार बैठे कुछेक लोगों की नजर एक-दूसरे पर ही टिकी रहती है। ऐलनाबाद उपचुनाव की सरगर्मियां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। सभी पार्टियों के चुनाव मैनेजमेंट से जुड़े लोग पूरी शिद्दत के साथ मोर्चे पर डटे हैं। साथ ही, चुनाव आयोग व जिला प्रशासन भी पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त दिखाई दे रहा है।
चुनाव के दौरान सट्टा बाजार पर पैनी नजर रखने वाले लोग बताते हैं कि जब चुनाव का ऐलान हुआ था, तब से लेकर अब तक परिस्थितियां काफी बदली हैं। हालांकि, सट्टा बाजार में जीत की दहलीज पर पहले दिन से अभय सिंह चौटाला ही हैं। पवन बैनीवाल शुरूआती दिनों में दूसरे नंबर पर बने रहे और कांडा तीसरे पर। लेकिन, जैसे-जैसे चुनाव प्रचार जोर पकड़ता जा रहा है और सियासियों की रणनीतियां हर रोज सामने आ रही हैं, उसी मुताबिक हार-जीत का आंकड़ा और दूसरे-तीसरे नंबर की पॉजिशन भी बदल रही है। सट्टा बाजार के जानकार बताते हैं कि कल से बाजार में चौटाला और कांडा में ही टक्कर दिखाई जा रही है और पवन बैनीवाल का जिक्र तीसरे नंबर पर है। यहां यह बता देना जरूरी है कि हर राजनीतिक घटनाक्रम के साथ ही जीत-हार का हर पैमाना इस सट्टा बाजार में घंटों के लिहाज से बदल जाता है। सट्टा बाजार से जुड़े लोग बताते हैं कि जीत-हार के ‘मार्जिन’ पर धड़ाधड़ शर्तें लग रही हैं।
इसी तरह, इलाके की सियासत और सियासियों की ‘चालों’ का समझने वाले लोगों का कहना है कि इस चुनाव में बड़े पैमाने पर वोटों की फरीद-फरोख्त होने की आशंका है। इतना ही नहीं, बताने वाले तो यहां तक बताते हैं कि वोट के खरीददार मुंह मांगी कीमत देने का तैयार रहेंगे। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि लोकतंत्र में जनता की विश्वास के बूते जीतने की ख्वाहिश रखने की बजाए वोट खरीद पर विधायक बनने की राह पर कौन सा नेता सबसे पहले और स्पीड से आगे बढ़ेगा।
ऐलनाबाद उपचुनाव में अभी जो हो रहा है और जो होगा, ऐलनाबाद के वोटर को उस सब का अहसास है और वह हरेक स्थिति पर नजर रख रहा है। राजनीति के जानकार मानते हैं कि यह चुनाव ‘चौटालाओं’ के लिए तो सबक साबित होगा ही, कांग्रेस और भाजपा को भी यह चुनाव इतना कुछ सिखाएगा कि उन्हें अपनी स्थापित सियासी ‘कलाकारियों’ पर फिर से मंथन करना पड़ेगा।
बहरहाल, ऐलनाबाद विधानसभा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा इंतजामों को दिन-ब-दिन बढ़ाया जा रहा है और प्रशासन की ओर से चुनाव से जुड़ी हर सूचना जनता तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। सुरक्षा के जिस तरीके के इंतजाम शुरूआत में ऐलनाबाद के लोगों को दिखाई दिए थे, उससे एक बार तो घबराहट सबको हुई, लेकिन सब स्थितियां समझते हुए फिलहाल ऐलनाबाद के वोटर सहज महसूस कर रहे हैं।