नूंह में खनन माफिया के हाथों जान गंवाने वाले डीएसपी सुरेंद्र सिंह मूल रूप से हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वह आठ भाई हैं, जिvमें दो भाईयों की पहले मौत हो चुकी है। वर्ष 1993 में वह हरियाणा पुलिस में बतौर एएसआई भर्ती हुए थे। फरवरी में उनकी मां मन्नी देवी और मार्च में उनके पिता उग्रसेन की मौत हो गई थी। कुल 23 दिन के अंतराल में माता-पिता की मौत हो गई थी तब सुरेंद्र बिश्नोई अपने पैतृक गांव सारंगपुर आए थे।
सुरेंद्र बिश्नोई के सबसे बड़े भाई अजीत की 2009 में मौत हो गई थी। दूसरे नंबर के भाई ओमप्रकाश गांव में ही खेतीबाड़ी का काम संभालते हैं। तीसरे भाई मक्खन राजकीय महाविद्यालय हिसार से रिटायर हो चुके हैं। चौथे भाई जगदीश हाईकोर्ट में एएजी के पद से रिटायर हुए थे, उनका देहांत हो चुका है। पांचवें नंबर पर सुरेंद्र बिश्नोई थे। छठे भाई सुभाष राजकीय स्कूल में प्रधानाचार्य हैं। सातवें भाई कृष्ण हिसार शहर में डेयरी चलाते हैं। आठवें सबसे छोटे भाई अशोक बिश्नोई सहकारी बैंक कुरुक्षेत्र में मैनेजर हैं। अशोक ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 8.53 बजे ही उनकी अपने बड़े भाई से बात हुई थी। इसी साल अक्तूबर में उनकी रिटायरमेंट होनी थी। अशोक ने बताया कि बड़े भाई सुरेंद्र ने जल्द ही घर आने की बात कही थी।