चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ चुकी है। आम जनता तो दूर, जनता के प्रतिनिधि विधायक और उनके परिवार तक सुरक्षित नहीं है। छह विधायकों को जान से मारने और फिरौती वसूलने की धमकियां मिलने का मतलब साफ है कि सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। हुड्डा ने नूंह में डीएसपी की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार कांग्रेस राज में मंजूर परियोजनाओं का फीता काटने तक सीमित है। आठ साल के कार्यकाल में भाजपा ने एक भी नई परियोजना की शुरुआत नहीं की।चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस महासचिव अजय माकन के उन आरोपों पर खुलकर टिप्पणी नहीं की, जिसमें माकन ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस विधायक किरण चौधरी व पार्टी प्रभारी विवेक बंसल की वजह से वह राज्यसभा का चुनाव हारे हैं।
हुड्डा ने कहा कि माकन की सोच दुर्भावना से प्रेरित नहीं लगती। उन्होंने जो भी कहा होगा, सोच समझकर और अनुसंधान के बाद ही कहा होगा। राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के बाद कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने स्वयं मुझसे भी कहा था कि हमें 30 वोट पड़े हैं, जबकि निकले 29 वोट थे। एक वोट रद हुआ था, माकन जिसे किरण चौधरी का बता रहे हैं।
किरण चौधरी और विवेक बंसल के विरुद्ध कार्रवाई से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि यह काम हाईकमान का है। यदि किरण चौधरी और विवेक बंसल को अजय माकन के आरोपों पर कोई संदेह है तो उन्हें अपनी बात कहनी चाहिए, लेकिन माकन की इस बात में दम है कि किरण चौधरी और विवेक बंसल दोनों से अनजाने में गलती नहीं हो सकती। आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे से जुड़े सवाल पर हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस आदमपुर में उपचुनाव के लिये तैयार हैं।