
पानीपत, 28 जुलाई। हरियाणा के कई जिलों में 31 जुलाई तक मध्यम से भारी बरसात की संभावना है। मानसून के सक्रिय होने के चलते पानीपत सहित कई इलाकों में बरसात होने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है। मानसून की टर्फ रेखा के उत्तर की ओर से शिफ्ट होने के कारण उत्तरी भारत में बरसात की संभावना तेज हो गई है। इस स्थिति का मतलब यह है कि समुद्र का स्तर सामान्य स्थिति के करीब आ जाता है। ऐसे में अगले दो से तीन दिन के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी पंजाब, उत्तर हरियाणा व चंडीगढ़ में भी तेज वर्षा का दौर जारी रहेगा। ऐसी ही स्थिति पश्चिम उत्तर प्रदेश में 28 से 31 जुलाई के दौरान, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 28-30 जुलाई तक तेज वर्षा हो सकती है। इसी प्रकार से देदश के दूसरे प्रदेशों की बात करें तो अगले तीन-चार दिन के दौरान मध्य, पश्चिम, पूर्व व दक्षिण भारत में गरज और बिजली के साथ कहीं व्यापक और कहीं मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है। गुजरात क्षेत्र, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी बारिश का दौर है। जबकि झारखंड, बिहार, तेलंगाना, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश सहित तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल भी वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं। गौरतलब है इस बार मानसून काफी प्रभावी और सक्रिय है। इस बार प्रदेश में मानसून में औसत से अधिक बरसात हुई है। मौसम का यह मिजाज धान की फसल के अनुकूल माना जा रहा है।