कुरुक्षेत्र: 9000 करोड़ की लागत से नवनिर्मित इस्माईलाबाद-नारनौल 152-डी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की जनता को सौगात आज मिलेगी। एक्सप्रेस-वे यातायात के लिए खुल जाएगा। यह एक्सप्रेस वे हर प्रकार की आधुनिक सुविधा से लैस हो चुका है। ट्रैफिक के लिहाज से ट्रायल भी पूरा हो चुका है। यह हरियाणा का पहला ऐसा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा जो कि यातायात की हर प्रकार की सुविधा से लैस रहेगा। यह हाई स्पीड कैमरों की निगरानी में रहेगा। इस कारीडोर की घोषणा वर्ष 2018 में भारत माला-1 प्रोजेक्ट के तहत की गई थी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 14 जुलाई 2020 को इसका शिलान्यास किया था। यह एक्सप्रेस वे कई राज्यों को जोड़ेगा। इसके बनने से नारनौल चंडीगढ़ के बीच की दूरी मात्र चार घंटे में तय हो जाएगी। जो कि अभी तक केवल एक सपना ही था। इस एक्सप्रेस वे के जमीन अधिग्रहण और निर्माण पर नौ हजार करोड़ की रकम खर्च की जा चुकी है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर केएम शर्मा के अनुसार यह हरियाणा का पहला अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और दोनों ओर हरा भरा हाइवे बेहद आकर्षक और सुरक्षित सफर देने वाला साबित होगा।
हाईवे पर 2 ट्रामा सेंटर बनाए जाएंगे
हाईवे पर दो ट्रामा सेंटर होंगे। इनमें एक महेंद्रगढ़ जिले के गांव खेड़ी और दूसरा करनाल के असंध के पास होगा। प्रत्येक किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। कहीं हादसा होता है तो कैमरे से नजदीकी कंट्रोल रूम तक सूचना पहुंच जाएगी। कंट्रोल रूम एंबुलेंस को सूचित करेगा। वाहन स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। निर्धारित छह प्वाइंटों पर दो-दो एकड़ जमीन में वाहन खड़ा करने, सर्विस स्टेशन, ढाबे, रेस्टाेरेंट व पेट्रोल पंप की सुविधा मिलेगी।