खुलासा: कौन बनेगा करोड़पति के कथित ठग गैंग ने दी थी धमकियां
चंडीगढ़, 31 जुलाई: कौन बनेगा करोड़पति ठग गैंग ने दी थी हरियाणा के विधायकों को धममियां। इस सिलसिले में एसटीएफ ने 6 ठगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी ठगों को दुबई से दबोचा है। ठगों के तार पाकिस्तान से भी जुड़े हैं। एसटीएफ ने इन सभी ठगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी, जिसमें जल्द ही पूरा खुलासा हो सकता है।
दरअसल, हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बिहार और महाराष्ट्र से जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया है, उनके तार लाटरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़े हुए हैं। इस गैंग की जड़ की पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में है। भारतीय लोगों को यह गिरोह फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन के कौन बनेगा करोड़पति शो के लिए चयन होने के नाम पर ठगते हैं। ऐसे लोगों से विभिन्न बैंक खातों में रकम एडवांस मंगवाई जाती है। यह अधिकतर बैंक खाते उन लोगों के हैं, जिनके रिश्तेदार दुबई में काम करते हैं। दुबई में काम करने वाले लोगों से पैसा नगद में ले लिया जाता है और भारत में जो पैसा धोधाधड़ी से कमाया जाता है, उसमें से कुछ पैसे को दुबई में काम करने वाले लोगों के रिश्तेदारों को दे दिया जाता है। बाकी पैसा इस गैंग द्वारा अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिया जाता है। हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स विधायकों को धमकी देने के मामले में तार जोड़ते हुए इस गैंग तक पहुंची है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में अकाउंट नंबर, डेबिट कार्ड, सिम कार्ड, बैंकों की पास बुक, आधार कार्ड और पेन नंबर मिले हैं। चूंकि एक बैंक अकाउंट में पैसे मंगवाने के लिए एक सिम कार्ड की जरूरत होती है, इसलिए इस गिरोह के सदस्यों के पास बहुत अधिक मात्रा में सिम होने की आशंका है, जिनकी बरामदगी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।
6 विधायकों को मिली थीं धमकियां
गौरतलब है कि सोहना से भाजपा के विधायक संजय सिंह, कांग्रेस की विधायक साढ़ौरा से रेणु बाला, सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, मामन खान, सफीदों से सुभाष गांगोली और बादली से विधायक कुलदीप वत्स को जान से मारने की धमकी के साथ-साथ रंगदारी मांगी की थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने की थी डीजीपी से बैठक
हरियाणा के छह विधायकों को रंगदारी और जान से मारने की धमकी मिलने के बाद हरियाणा सरकार ने विधायकों की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया था। प्रदेश के सभी 90 विधायकों की सुरक्षा के लिए अब उनके पीएसओ (व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी) को एके-47 दी जाएंगी। धमकी मिलने वाले विधायकों के पीएसओ को यह आधुनिक हथियार मुहैया करा दिए गए हैं। शेष पीएसओ को भी एके-47 से लैस होंगे। गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुबह डीजीपी सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाकर विधायकों की सुरक्षा दुरुस्त करने का आदेश दिया थे। वहीं गृह मंत्री अनिल विज अधिकारियों से इस मामले में लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं। एके-47 से लैस पीएसओ को इसलिए तैनात किया जा रहा है क्योंकि विधायकों के पीएसओ के पास पहले पिस्तौल, रिवॉल्वर या कारबाइन होती थी।