asd
Sunday, November 24, 2024
Dg Rocket- A Complete Digital Marketing Solution
HomeUncategorizedखेतों से बरसाती पानी की निकासी के लिए डिप्टी सीएम हरकत में,...

खेतों से बरसाती पानी की निकासी के लिए डिप्टी सीएम हरकत में, रातों-रात चंडीगढ़ से सिरसा बुलवा लिए आला अफसर

-बरसात के बाद ओवरफ्लो हुए नहर-नाले, गांवों से 24 घंटे में पानी निकालने के निर्देश

सिरसा, 2 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो) : उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में बरसात के बाद उफान पर आए बरसाती नालों, डे्रन और नहरों को लेकर नहरी विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री ने इस कड़ी में सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों को सिरसा में तलब किया। चंडीगढ़ से चीफ इंजीनियर सहित अफसरों की टीम सिरसा में पहुंची। अफसरों को डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए कि सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और जींद सहित प्रदेश के सभी जिलों में जलभराव की समस्या का तुरंत समाधान किया जाए। इसके साथ ही यह भी आदेश दिए गए हैं कि 24 घंटे निगरानी रखें और कहीं ओवरफ्लो होने से कोई नहर या ट्रेन ना टूटे। दुष्यंत ने कहा कि जिन गांवों में पानी भरा हुआ है, उन गांव में प्राथमिकता के आधार पर पानी निकालने की प्रक्रिया शुरू करें। सिरसा में चीफ इंजीनियर नीतीश जैन, सिरसा के डीसी अजय तोमर तथा एसई एआर भाम्भू सहित सिंचाई विभाग के आला अधिकारी रहे मौजूद। बैठक के बाद चीफ इंजीनियर को फतेहाबाद एवं हिसार के गांव भी विजीट करने के निर्देश। गौरतलब है कि इस बार हरियाणा के अनेक इलाकों में भारी बरसात हुई है। सिरसा में भी एक दिन पहले सिरसा-घज्घर ड्रेन में ओवरफ्लो के बाद दरार आ गई थी और करीब 800 एकड़ फसल डूब गई थी। गौरतलब है कि बरसात के कारण हरियाणा के अनेक इलाकों में नरमा की फसल खराब हो गई है। हरियाणा में इस बार बरसात ने भयंकर तबाही मचा दी है। प्रदेश के 22 में से 19 जिलों में औसत से 20 से 150 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है। बरसात के चलते अलग-अलग इलाकों में कई मकानों की छतों के गिरने के अलावा फसलों को नुक्सान पहुंचा है। सबसे अधिक नरमा की फसल को नुक्सान हुआ है। इस बार प्रदेश में साढ़े 6 लाख हैक्टेयर में नरमा की फसल जबकि साढ़े 12 लाख हैक्टेयर में धान की फसल है। प्रदेश के 13 जिलों में नरमा की फसल होती है और 30 से 40 प्रतिशत फसल खराब हो गई है। अनेक हिस्सों में किसानों ने अपनी नरमा की फसल को ट्रैक्टर के जरिए उखाड़ दिया है, ताकि धान बोआ जा सके। किसानों ने प्रदेश सरकार से विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग की है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Dg Rocket- A Complete Digital Marketing Solution

Most Popular

Recent Comments