जयपुर/चंडीगढ़, 5 अगस्त। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने छात्र संगठन इनसो (इंडियन नेशनल स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन) के 20वें स्थापना दिवस पर युवाओं से 20 लाख पौधे लगाने का आह्वान किया। उन्होंने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर देश की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि स्वरूप यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के युवाओं को अपने घरों व हॉस्टल की खिड़कियों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया। दुष्यंत चौटाला आज यहां टैगोर ऑडिटोरियम में आयोजित इनसो के स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। छात्र एवं छात्राओं से खचाखच भरे इस ऑडिटोरियम में जगह की कमी के कारण अनेक युवाओं को बाहर खड़े होकर डिप्टी सीएम का भाषण सुनना पड़ा।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने युवाओं को वायु की तरह असीमित शक्ति का परिचायक बताते हुए कहा कि जब युवा ठान लेता है तो कोई भी ताकत उसको लक्ष्य से नहीं डिगा सकती। उन्होंने युवाओं को शिक्षा के साथ-साथ अपने रोजगार के अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि इस साल उन्होंने 100 मॉडल लाइब्रेरी ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है ताकि गांव के गरीब किसान व मजदूर का बच्चा भी शहरों की तरह बिना खर्चे के नौकरी की तैयारी कर सके।
दुष्यंत चौटाला ने युवाओं से राजस्थान की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए कहा कि यह सरकार ग्रामीण आधारभूत ढांचा स्थापित करने में पूरी तरह से फेल रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की व्यवस्था में सुधार करने के लिए किए जाने वाले संघर्ष में जननायक पार्टी व इनसो यहां के लोगों का पूरा साथ देगी। उन्होंने ऑडिटोरियम में उपस्थित युवाओं से हरियाणा की तर्ज पर निजी सेक्टर की नौकरियों में लोकल युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण के लिए हाथ उठाकर सहमति मांगी तो युवाओं ने जोशीले अंदाज में डिप्टी सीएम का समर्थन किया। इस पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वे इस मुद्दे पर राजस्थान के युवाओं के संघर्ष में साथ हैं। उन्होंने राजस्थान में चल रहे अवैध खनन के मामले में कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि खनन माफिया के विरोध में आंदोलन करने के बावजूद सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा है।
उपमुख्यमंत्री ने इनसो संगठन द्वारा की गई सामाजिक गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि पूर्व सांसद एवं जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह के नेतृत्व में नॉर्थ इंडिया की सबसे बड़ी छात्र इकाई इनसो के 10 हजार युवाओं द्वारा नेत्रदान के लिए फार्म भर किया संकल्प गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज है। उन्होंने युवाओं को ड्रग्स जैसी घातक कुरीतियों से दूर रहने का आह्वान करते हुए कहा कि युवाओं को नशे की लत में अपनी जवानी को बर्बाद करने की बजाए खेलों व पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
दुष्यंत चौटाला ने स्थापना से लेकर अब तक इनसो के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा हरियाणा में छात्रसंघ के चुनाव को बहाल करने व बेरोजगारी के मुद्दे पर किए गए संघर्ष को याद करते हुए कहा कि इनसो के कई सदस्य तो हरियाणा विधानसभा में भी पहुंच गए हैं। उन्होंने राजस्थान के सभी 33 जिलों में संगठन का विस्तार करने का संकल्प दिलवाते हुए कहा कि आगामी 26 अगस्त को होने वाले कॉलेज-विश्वविद्यालयों के चुनाव की भी रणनीति बनाएं। उन्होंने जयपुर विश्वविद्यालय के साथ अपने पिता डॉ. अजय सिंह चौटाला का छात्र-जीवन का रिश्ता बताते हुए कहा कि उनके संघर्ष की बदौलत इस क्षेत्र में किसानों के बच्चे छात्र-राजनीति में आगे बढ़ने शुरू हुए थे।
हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक और जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने इनसो संगठन की मजबूती की चर्चा करते हुए बताया कि वे भी इसी संगठन से निकलकर विधायक-मंत्री के पद तक पहुंचे हैं। इनसो में हमेशा से ही परिश्रमी युवाओं को आगे बढ़ाया जाता रहा है। इनसो के पूर्व अध्यक्ष एवं जेजेपी के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने राजस्थान की धरती को वीरों की धरती बताते हुए कहा इनसो नामक छात्र संगठन का जो पौधा पूर्व सांसद डॉ. अजय सिंह चौटाला ने वर्ष 2003 में लगाया था, वह आज वट-वृक्ष बन चुका है। उन्होंने कहा कि इस संगठन से आम घरों के बच्चे सामाजिक कार्यों के साथ-साथ राजनीति में भी आगे बढ़ रहे हैं। दिग्विजय ने इनसो के स्थापना दिवस पर राजस्थान की व्यवस्था-परिवर्तन का ‘रणघोष’ करते हुए युवाओं से राज्य सरकार को बदलने का आह्वान किया। उन्होंने नशा व बेरोजगारी के लिए भी रणघोष किया। दिग्विजय चौटाला ने राजस्थान के साथ अपने पारिवारिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि इस भूमि से उनका सात पुश्तों का नाता है, न तो राजस्थान हमारे लिए पराया है और न हम राजस्थान के लिए। उन्होंने कहा कि देश के भूतपूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल को राजस्थान ने ही सीकर से संसद तक पहुंचाया था और डॉ. अजय सिंह चौटाला दाता रामगढ़ व नोहर से विधानसभा पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब दुष्यंत चौटाला लोकसभा में सांसद थे तो वे ट्रैक्टर पर टैक्स के कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करके संसद के दरवाजे तक ट्रैक्टर लेकर गए थे। सरकार को झुकना पड़ा और दुष्यंत की बात मानी गई, इससे पूरे देश के किसानों की ताकत का अहसास हो गया। उन्होंने राजस्थान में भी किसान को बेटा सीएम बनाने का आह्वान किया