उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हमेशा सूट-बूट में रहते हैं, इसके बावजूद वह पश्चिम बंगाल के गवर्नर थे तो गरीबों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनते। यही वजह है कि वहां लोग उन्हें जनता का गवर्नर कहते थे। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी के साथ भी उनका खास रिश्ता रहा है। जब धनखड़ गवर्नर बनकर बंगाल गए तो रक्षाबंधन के मौके पर ममता ने उन्हें राखी बांधी थी। इसके बाद जब कई मौके पर धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए तो दोनों के रिश्ते में तनाव आ गया। तनाव इतना बढ़ गया कि ममता बनर्जी ने धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया।
जगदीप धनखड़ का हरियाणा से गहरा रिश्ता रहा है
राजस्थान के झुंझनू जिले के रहने वाले और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का हरियाणा से गहरा रिश्ता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से लेकर देश के उप प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे ताऊ देवीलाल ने जगदीप धनखड़ को राजनीति में बड़ा ब्रेक दिया था। बात वर्ष 1987 की है। उस समय राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। देवीलाल ने दिल्ली के बोट क्लब पर विपक्षी दलों की रैली का आह्वान किया था। रैली को विजय रैली का नाम दिया गया था। देवीलाल के बुलावे पर एनटी रामाराव, प्रकाश सिंह बादल, चंद्रशेखर, रामकृष्ण हेगड़े और वीपी सिंह सरीखे तमाम बड़े नेता उस विजय रैली का हिस्सा बने थे। उस समय जगदीप धनखड़ राजस्थान हाईकोर्ट, जयपुर में प्रैक्टिस करते थे। राजनीति का नया-नया शौक चढ़ा था। किसान पृष्ठभूमि के होने के नाते दिल में किसानों एवं कामकाजी वर्ग के लिए कुछ करने की चाह थी। उस समय हरियाणा एवं पंजाब के साथ-साथ राजस्थान में भी देवीलाल का नाम था, इसलिए जगदीप धनखड़ उनसे खासे प्रभावित थे। विजय रैली में जगदीप धनखड़ झुंझनू से करीब 500 खुली जीप लेकर दिल्ली बोट क्लब पर पहुंचे थे।
अशोक गहलोत से मुलाकात
धनखड़ के CM गहलोत से भी अच्छे संबंध रहे। जगदीप धनखड़ को जब पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया, इसी दौरान जयपुर में एक कार्यक्रम में गहलोत की जगदीप धनखड़ के छोटे भाई और कांग्रेस नेता रणदीप धनखड़ से मुलाकात हुई। CM गहलोत ने बधाई दी और कहा- पहले तो गवर्नर और उसमें भी बंगाल का गवर्नर बनना बड़ा अचीवमेंट है। जयपुर में CM अशोक गहलोत और जगदीप धनखड़ के बीच मुलाकात की कहानी भी रोचक है। दोनों एक-दूसरे से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रोटोकॉल और व्यस्तताएं आड़े आ रही थी। ऐसे में इस मुलाकात का जरिया बने PCC उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा। उन्होंने ही जयपुर सिटीजन फोरम संस्था के जरिये जगदीप धनखड़ का सम्मान समारोह आर्गेनाइज किया, जिसमें अशोक गहलोत भी शामिल हुए।
पहले कांग्रेस में थे धनखड़
राजीव अरोड़ा ने बताया कि CM अशोक गहलोत और धनखड़ में बहुत बढ़िया संबंध रहे हैं। धनखड़ भी पहले कांग्रेस में थे। उनके छोटे भाई रणदीप धनखड़ तो CM गहलोत के NSUI प्रेजिडेंट रहते संगठन में काम कर चुके है। अरोड़ा ने बताया- अभी थोड़े टाइम पहले भी जब जगदीप भाईसाहब जयपुर आये थे। बातों ही बातों में मैंने कह दिया था कि NDA के पास अभी आपसे बढ़िया उपराष्ट्रपति प्रत्याशी का विकल्प नहीं है।
इस पर उन्होंने जो जवाब दिया, उसने सभी को हैरान कर दिया। वो बोले- राजीव कभी लॉजिक के बिना बात तो नहीं करता पर मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा। इस दौरान उन्होंने सभी को दार्जिलिंग की मशहूर टी भी गिफ्ट दी।