-जलभराव के मुद्दे पर बोले मुख्यमंत्री, रोहतक के मामले की होगी विभागीय जांच
-पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उठाए थे प्रबंधों पर सवाल
चंडीगढ़, 8 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो) : हरियाणा में सोमवार से हरियाणा विधानसभा का मानसून सेशन शुरू हो गया। तीन दिन तक चलने वाले सेशन के पहले दिन खूब हंगामा हुआ। विधायकों ने पहले दिन कई अहम मुद्दे उठाए तो सवालों के माध्यम से विभिन्न जानकारियां मांगी। इस दौरान प्रदेशभर में पिछले दिनों हुई भारी बरसात के बाद हुए जलभराव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित विपक्षी विधायकों ने सरकार पर हमला बोला। वहीं तोशाम की विधायक किरण चौधरी ने भिवानी इलाके में किसानों को नहरी पानी न मिलने का मुद्दा उठाया। इस मुद्दे पर किरण चौधरी और कृषि मंत्री जेपी दलाल के बीच तीखी बहस भी हुई। किरण चौधरी ने कहा कि नहरों में पानी नहीं है। इस पर कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के किसानों को पर्याप्त पानी दे रही है। वहीं विपक्ष की ओर से बरसात के बाद हुए जलभराव के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर रोहतक जिला में बरसात के पानी के बाद निकासी के उचित प्रबंध नहीं हुए तो इसको लेकर जांच की जाएगी। उन्होंने विधानसभा सेशन के दौरान विभागीय जांच करने के आदेश दे दिए। वहीं इससे पहले कानून व्यवस्था को लेकर महम के विधायक बलराज कुंडू ध्यानकर्षण प्रस्ताव लेकर आए। सोमवार को पहले दिन बलराज कुंडू ने स्कूली बच्चों को दिए जाने वाले टेबलेट्स का मसला उठाया। उन्होंने सवाल पूछा कि एक कंपनी सैमसंग पर ही क्यों भरोसा किया गया। साथ ही कुंडू ने कहा कि स्कूली बच्चे टेबलेट्स का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। फिल्में देख रहे हैं और गेम खेलते हैं। सरकार क्या कदम उठा रही है। इस सवाल पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने कहा कि सरकार ने नियमों के अनुसार किसी एक कंपनी को टैंडर दिया। वहीं झज्जर से विधायक गीता भूक्कल की ओर से झज्जर में आधारभूत ढांचे के अलावा झज्जर शहर की सडक़ों को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से सवाल पूछा गया। इसी तरह से बवानीखेड़ा के विधायक बिश्म्बर ने अपने विधानसभा क्षेत्र के गांव गुजरानी के सीनियर सैकेंडरी स्कूल के संदर्भ में सवाल पूछा तो रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव रेवाड़ी में जलभराव की समस्या को उठाया। इसी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से जवाब दिया गया। प्रश्रकाल के दौरान इसी सवाल के बीच कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सरकार पर हमला बोला।
विधायकों के लिए भोजन का प्रबंध
सेशन के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा के सेशन के दौरान सरकार की ओर से रियायती दरों पर विधायकों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया है। जलभराव के मुद्दे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार ज्यादा बारिश हुई है। बिजली व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकारी विभागों के बिजली बिल ऑटोमेटिक चले जाएंगे और साथ ही बजट में भी इसका प्रावधान किया जाएगा।
सडक़ों के लिए प्रत्येक विधानसभा के लिए 25 करोड़: उपमुख्यमंत्री
वहीं विधानसभा सेशन में जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 25 करोड़ रुपए हर विधानसभा की सडक़ों के लिए जारी किए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला झज्जर जिले की सडक़ों पर विधायक गीता भूक्कल के प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। विधायक की मांग पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, अगर किसी अधिकारी ने सदन में गलत रिपोर्ट दी है तो उसपर होगी कार्रवाई। झज्जर शहर के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने छह करोड़ रूपए का टेंडर लगा रखा है, यह काम पूरा होते ही इस कार्य से प्रभावित हो रही शहर की सडक़ों को किया जाएगा दुरुस्त।
स्कूली बच्चों के टेबलेट्स का उठाया मामला
सोमवार को हरियाणा विधानसभा के माानसून सेशन के पहले दिन की शुरूआत महम से आजाद विधायक बलराज कुंडू सवाल से प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई। सरकारी स्कूलों में 10वीं, 12वीं कक्षाओं में बच्चों को बांटे गए टैबलेट्स की परचेजिंग एवं गुणवत्ता को लेकर प्रश्र करते हुए कुंडू ने कहा कि टेबलेट्स परचेजिंग में जो तौर तरीके अपनाए गए क्या वे पूरी तरह पारदर्शी कहे जा सकते हैं ? क्या टेबलेट्स की स्पेसिफिकेशन को जानबूझ कर ऐसा रखा गया जिससे किसी एक कम्पनी को इसका सीधा लाभ हासिल हो? कुंडू ने कहा कि टेबलेट्स की प्रोसेसिंग स्लो होने एवं सिम ऐक्टिव नहीं होने की परेशानी सामने आ रही है। सरकार द्वारा कहा गया था कि इन टेबलेट्स में केवल लर्निंग एप ही यूज होंगी, लेकिन ऐसा नहीं है, बच्चे इन पर मनोरंजक फिल्में देखते हैं जिससे उनका पढ़ाई से मन हटता है। कुंडू ने कहा कि बच्चे इन टेबलेट्स पर गेम्स खेलते हैं उन पर कोई चेक नहीं लगाया जा सका जिससे अभिभावक परेशान हैं।
तीन दिन और 120 सवाल
तीन दिन चलने वाले मानसून सत्र में प्रश्नकाल के लिए ड्रा के माध्यम से 120 सवालों का चयन किया गया है। विधानसभा में हर दिन संबंधित मंत्री विधायकों के 20 तारांकित सवालों के जवाब प्रत्यक्ष रूप से देंगे, जिन पर चर्चा होगी। इसके अलावा 20 अतारांकित सवालों के जवाब सरकार की ओर से सदन पटल पर रखे जाएंगे। कांग्रेस, इनेलो के अलावा भाजपा और जजपा के विधायकों ने भी कड़े सवाल लगाए हैं और मंत्रियों से जवाब मांगा है। इनमें जलभराव, टूटी सडक़, अवैध कॉलोनियों, कृषि कर्ज, रजिस्ट्री मामले समेत कई जनहित के सवाल पूछे हैं। सोमवार को सत्र की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल के साथ हुई।
मुख्यमंत्री ने किया था शुभारम्भ
सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा विधानसभा के सत्र का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ई-विधानसभा के लिए हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को बधाई देते हुए कहा कि हमें राष्ट्रपति डिजिटल अवार्ड भी मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-सेवा व्यवस्था के लागू होने के बाद सभी सदस्यों की पूरी जानकारी मिल पाएगी। ऐप मोबाइल में भी डाउनलोड हो सकेगी और इसमें सावधानी बरतनी भी जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें जो जानकारी है सिर्फ सदस्यों के लिए है और बाहर लीक होने की जिम्मेदारी सदस्य की होगी। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि इसमें एक प्राइवेट पेज भी है, जिस पर विधायक अपने क्षेत्र की जानकारी दे सकते हैं।