गिरोह के 6 सदस्यों से 55 एटीएम, 24 मोबाईल फोन, 56 सिम कार्ड, 22 पासबुक/चैकबुक, 397000 रुपये नकद, एक वाहन, तीन डायरी और एक रजिस्टर बरामद
चंडीगढ़, 9 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): हरियाणा के करीब आधा दर्जन विधायकों को धमकी मिलने के मामले में पुलिस की ओर से की गई जांच में सामने आया है कि कॉल में इस्तेमाल किए गए नंबर पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के फैसलाबाद से इसके तार जुड़े हुए हैं। पुलिस अब तक इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। ठग गिरोह एक तरह से साइबर ठगी के धंधे से जुड़ा है और लोगों को अलग-अलग तरह के प्रलोभन देकर बड़ी ठगी की वारदात करता रहा है। हरियाणा के पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) ने इन मामलों की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक, (एसटीएफ) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया। मोबाईल फोन्स के तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि धमकी भरे कॉल करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे नम्बर मध्य पूर्वी देशों में पंजीकृत थे और पाकिस्तान से संचालित किए जा रहे थे। तदानुसार, विदेशों में जांच के सम्बन्ध में केन्द्रीय एजेन्सियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए एक टीम को भी नियुक्त किया गया। जांच के बाद, एक गिरोह के 6 सदस्यों (मुम्बई से 2, मुजफ्फरपुर, बिहार से 4) को गिरफ्तार किया गया और कुल 55 एटीएम, 24 मोबाईल फोन, 56 सिम कार्ड, 22 पासबुक/चैकबुक, 397000 रुपये नकद, एक वाहन, तीन डायरी और एक रजिस्टर दोषियों के कब्जे से बरामद किया गया। जांच के दौरान, यह भी पता चला कि धमकी एवं जबरन वसूली की मांग कुछ पाकिस्तानी निवासियों के माध्यम से की गई थी।
धमकी देने वाले साइबर धाखेबाज
पुलिस की ओर से अअब तक की गई जांच में पता चला कि धमकी देने वाले आरोपी साईबर धोखेबाज हैं, जो किसी भी आतंकवादी संगठन या जबरन वसूली रैकेट से जुड़े नहीं हैं। वे पंजाब में हाल ही में प्रकाशित/प्रचारित आपराधिक घटनाओं का उपयोग कर वर्तमान स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे थे। मामलों की जांच जारी है।
90 विधायकों के मोबाइल 112 से जोड़े
वहीं, हरियाणा के छह विधायकों को धमकी भरी कॉल और रंगदारी मांगने के मामले में पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने पर सरकार बेहद सतर्क हो गई है। 90 विधायकों और दस वरिष्ठ अधिकारियों को व्हाइट लिस्ट में शामिल किया गया है। इनके नंबर और नाम सीधे डायल-112 के साथ जोड़ दिए गए हैं। मोबाइल फोन से पांच मिनट में पांचवीं बार डायल-112 पर कॉल हुई तो 8 दबाने की जरूरत नहीं होगी। स्वत कॉल सर्वर पर चली जाएगी। 8 दबाने का प्रावधान इसलिए किया गया है, चूंकि पावर बटन तीन बार दबने पर सीधे 112 पर कॉल चली जाती है। यह कई बार अनचाहे भी हो जाता है। अब 8 दबने पर ही सर्वर पर अनचाही कॉल जाएगी और यह रिकॉर्ड भी होगी।
पाकिस्तान के मास्टर माइंड हैं शामिल
हरियाणा पुलिस की ओर से की गई जांच में यह सामने आया है कि विधायकों को मिली धमकी मामले में कॉल दुबई के नंबर की थी पंरतु पाकिस्तान से आती थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में पाकिस्तान के काफी लोग संलिप्त हैं और विधायकों को मिली धमकी मामले में पाकिस्तान के लोग ही मास्टरमाइंड हैं। यह गिरोह लोगों को लूटने का काम करता हैं और लोगों को लालच या धमकी देकर, लोगों के खाते खुद खुलवाकर, उन खातों में पैसे डालकर, चेक बुक, एटीएम कार्ड खुद रख लेते हैं और उन खातों में से पैसे निकलवाते थे, जिनमें से कुछ पाकिस्तानी भी थे।
इन विधायकों को मिली धमकियां
गौरतलब है कि जुलाई के पहले सप्ताह में सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, सफीदों से कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली, सोहना से कांग्रेस विधायक संजय सिंह, सढौरा से कांग्रेस विधायक रेणु बाला, फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान, पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई को मिली धमकी भरे वाले कॉल आए थे।