कहा – बारिश ज्यादा होने के कारण प्रदेश के 11 जिलों में नरमा, कपास, बाजरा, ग्वार और मूंगफली की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई है
चंडीगढ़, 11 अगस्त (जनसरोकार ब्यूरो) : इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने वीरवार को चंडीगढ़ स्थित इनेलो मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों को उठाया। उन्होंने सभी पत्रकारों को 25 सितंबर को फतेहाबाद में होने वाली सम्मान दिवस रैली के लिए निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि अबकी बार बारिश ज्यादा होने के कारण प्रदेश के 11 जिलों में नरमा, कपास, बाजरा, ग्वार और मूंगफली की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई हैं। किसानों ने काश्त कर अगली फसल की बिजाई की तैयारी कर ली है लेकिन सरकार ने अभी तक गिरदावरी या मुआवजे का आश्वासन तक नहीं दिया है। भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा बुजुर्गों की पेंशन काटने पर उन्होंने कहा कि बुढ़ापा सम्मान पेंशन स्वर्गीय चौ देवी लाल ने शुरू की थी और मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान कि पेंशन लागू करते समय आय की शर्त रखी गई थी बिल्कुल बेबुनियाद है। हमने इसपर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिया था लेकिन भाजपा सरकार ने पोल खुलने के डर से उसे निरस्त कर दिया। जिन लोगों ने चौ देवी लाल के नाम पर वोट लिए और आज सरकार में मंत्री हैं उन्होंने पेंशन काटने पर एक शब्द भी नहीं कहा क्योंकि उन्हे डर था कि उनका मंत्री पद चला जाएगा। 25 सितंबर को सम्मान दिवस रैली में बुढ़ापा पेंशन काटे जाने पर बड़ा फैसला लेंगे और सरकार को पेंशन बहाल करने के लिए मजबूर करेंगे। प्रदेश में बढ़ते नशे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस पर खुल कर चर्चा की लेकिन सरकार की तरफ से कोई पुख्ता जवाब नहीं मिला। 2019 में मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर विस्तार से विवरण दिया था कि नशे के कारोबार में कौन लोग शामिल हैं और उनको किसका संरक्षण है लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया। विधायकों समेत 416 लोगों को पुलिस सुरक्षा दिए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने लोगों को वीआईपी बनाने और अपराधी किस्म के लोगों को सुरक्षा दे रखी है। इनेलो नेता ने भूपेंद्र सिहं हुड्डा को भाजपा का एजेंट बताया और कहा कि इसका एक ताजा उदाहरण बहादुरगढ़ के नगर निगम के उपाध्यक्ष के चुनाव में देखने को मिला जहां भाजपा के कहने पर भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस के पांच पार्षदों के वोट भाजपा के उम्मीदवार को दिलवाए। विधानसभा में भाजपा गठबंधन सरकार जन संसाधन, पुलिस अमेंडमैंट जैसे बिल लेकर आई जो जनविरोधी थे जिनको हमारे विरोध के बाद वापिस लेना पड़ा। भाजपा सरकार द्वारा गरीब लोगों को तिरंगा झंडा जबरदस्ती बेचने पर उन्होंने कहा कि सभी चाहते हैं कि आजादी का जश्न मनाए, हमने भी 50 हजार झंडे सिरसा के उपायुक्त को दिए लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार उन्ही झंडों को राशन डिपो के माध्यम से गरीब लोगों को 25 रूपए में जबरदस्ती बेच रही है। अगर कोई झंडा लेने से मना करता है तो उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा। झंडे में लगने वाले डंडे के लिए आरा मशीन संचालकों से दो हजार से पांच हजार रूपए जबरदस्ती लिए जा रहे हैं।