
करनाल, 13 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): यमुना नदी के लबालब होने के बाद करनाल और यमुनानगर के तटबंधीय गांवों के किसानों की चिंता बढ़ गई है। यमुनानगर के बाद अब जिला करनाल में यमुना नदी के इलाके में लगते खेतों में यमुना का पानी घुस गया है। इस वजह से किसानों की सैकड़ों एकड़ में खड़ी धान और सब्जी की फसल तबाह हो गई है। गौरतलब है कि बारिश के मौसम में हर साल यमुना नदी के तेज बहाव का कहर किसान झेलते रहे हैं। उधर दूसरी ओर प्रशासन के अनुसार यमुना नदी में उफान है, लेकिन हर हाल पर दिन रात नजर रखी जा रही है। प्रशासन के लोग यमुना नदी क्षेत्र के निकट बसे गांवों के बाशिंदों के संपर्क में है। उल्लेखनीय है कि यमुना नदी से दो दिन पहले ही हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े गए करीब एक लाख 82 हजार क्यूसेक पानी से करनाल क्षेत्र के कई गांवों के किसान डर गए हैं। यमुना नदी पूरे उफान पर है। करनाल से लगते कस्बे इंद्री और घरौंडा क्षेत्र के करीब तीस से अधिक गांवों के किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। हालात बेकाबू होने की संभावना के चलते किसानों के पास कुदरत को अपना सहारा मानने और सरकार को कोसने के अलावा कुछ नजर नहीं आ रहा है।
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