-आरोपी से मृतक व्यापारी ने लेने थे पैंतीस लाख रुपए
रेवाड़ी, 15 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): पांच दिन पहले राजस्थान के अलवल से लापता हुए मैटल व्यापारी की मौत के राज से पर्दा उठ गया है। अलवर के मैटल कारोबारी को रेवाड़ी के रहने वाले एक व्यापारी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर मोत के घाट उतारा था। बाद में शव को अपने ही गोदाम में एक गड्डे में दबा दिया। इतना ही नहीं उसके ऊपर फर्श भी डाल दिया। सोमवार को रेवाड़ी पुलिस की टीम ने शव को जमीन से निकाला। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार अलवर शहर में स्कीम नंबर दो निवासी मंगत अरोड़ा मैटल का कारोबार करते थे। दस अगस्त को मंगत अरोड़ा रेवाड़ी में अपने साथी कारोबारी अंकित भालिया से पैसे लेने के लिए निकला था। परिवार के मुताबिक अंकित भालिया से मंगत अरोड़ा ने 35 लाख रुपए का लेने थे और इसी सिलसिले में रेवाड़ी पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद वापस घर नहीं लौटे। परिजनों ने उसी दिन अलवर में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया। अलवर पुलिस ने जीरो एफआईआर काट कर रेवाड़ी भेज दी। आरोप है कि दस अगस्त को मंगल अरोड़ा को अंकित भालिया पैसे देने की बात कहकर रेवाड़ी के दिल्ली रोड स्थित उत्तम नगर में ले गया। वहां उसे कुर्सी पर बैठा दिया और फिर साजिश के तहत अपने दो साथियों के साथ मिलकर तार से गला दबाकर हत्या कर दी। उसी दिन पूरी प्लानिंग के साथ तीनों आरोपियों ने मंगत के शव को गोदाम में ही गड्डा खोदकर जमीन में गाड दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने उस पर फर्श भी डलवा दिए। इसके बाद आरोपी व्यापारी ने मंगत अरोड़ा को लेकर झूठी जानकारी दी कि वह 12 लाख रुपए लेकर उसके यहां से गया है। इसके बारे में उसे कुछ नहीं पता। पुलिस की ओर से की गई जांच में सामने आया कि आरोपी अंकित ने अपने दो साथियों मनोज और एक अन्य को तीन लाख रुपए में मंगत अरोड़ा की हत्या करने के लिए तैयार किया। इसके बाद पूरी प्लानिंग के साथ मंगत अरोड़ा की हत्या कर दी गई और फिर मोबाइल भी गुम कर दिया। रविवार की रात मंगत अरोड़ा का मोबाइल फोन गुरुग्राम में मिला। जिस व्यक्ति ने मोबाइल चालू किया। उसे पुलिस ने रात में ही पकड़ लिया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने आरोपी अंकित भालिया को पंजाब के लुधियाना शहर से गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं मनोज व उसके एक साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है।