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Saturday, November 23, 2024
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गांव की ‘सरकार’ के चुनाव में पेंच ही पेंच, राजनीतिक दल हुए सक्रिय

-बार-बार हो रही चुनाव में देरी, अब वार्डबंदी ने लगाए ब्रेक

चंडीगढ़, 21 अगस्त (जन सरोकार): प्रदेश में पंचायती राज प्रणाली के चुनाव लगातार लटकते चले आ रहे हैं। अब यह चुनाव अगले महीने के अंत में होने की संभावना है। हालांकि इन चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इनैलो और आम आदमी पार्टी पहले ही दावा कर चुके हैं कि वे सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। भाजपा की ओर से इस सिंबल पर चुनाव लडऩे या न लडऩे को लेकर 24 अगस्त को गुरुग्राम में बैठक बुलाई गई है। सिंबल पर चुनाव लडऩे को लेकर जजपा अब तक कई बैठकें कर चुकी है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही साफ कर चुके हैं कि कांग्रेस यह चुनाव सिंबल पर नहीं लड़ेगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में पंचायतों का कार्यकाल 23 फरवरी 2021 को खत्म हो गया था। इसके बाद पंचायतों की शक्तियां बीडीपीओ के पास चली गई। पंचायती चुनावों में हरियाणा सरकार के आरक्षण के फैसले को 15 अप्रैल 2021 को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। हरियाणा सरकार ने पंचायत चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण और बीसीए को 8 प्रतिशत आरक्षण दिया था। इसी साल पांच मई को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सरकार को पंचायत चुनाव करवाने की अनुमति दे दी। हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट में फिर से फैसले को चुनौती दी गई है। परंतु कोर्ट ने इस पर स्टे नहीं लगाया।
भाजपा हुई सक्रिय
चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होनी है, पर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। भाजपा ने बूथ स्तर पर त्रिदेव बनाने का फैसला किया। त्रिदेव में एक बूथ पर तीन कार्यकर्ता होंगे। भाजपा ने 22 जिलों में चुनाव जिला प्रभारी भी नियुक्त कर दिए। प्रदेश स्तर पर शिक्षा मंत्री कंवर पाल को प्रभारी बनाया गया। चुनाव सिंबल पर लड़ा जाए या नहीं, यह फैसला 24 अगस्त को होगा।
आप भी पहली बार मैदान में
वहीं पंजाब में इसी साल सरकार बनाने के बाद उत्साहित आम आदमी पार्टी भी पहली बार हरियाणा में पंचायती चुनावों में जोर-आजमाइश करेगी। आम आदमी पार्टी ने पंचायती चुनाव में जिला परिषद के चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ने की घोषणा कर दी। आप की ओर से सभी बाइस जिलों में पंचायती राज प्रकोष्ठ के संयोजक, संयुक्त सचिव, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त कर दिए। वहीं इनेलो ने भी जिला परिषद के चुनाव सिंबल पर लड़ने की घोषणा की है। कांग्रेस पंचायती चुनाव सिंबल पर नहीं लड़ेगी, जबकि जननायक जनता पार्टी ने भी चुनाव लड़ने के संकेत नहीं दिए।
विभाग ने जारी की थी अधिसूचना
गौरतलब है कि जुलाई के अंत में हरियाणा के पंचायत एवं विकास विभाग की ओर से एक अधिसूचना जारी कर तीस सितंबर से पहले पंचायती राज प्रणाली के चुनाव करवाए जाने के आदेश दिए थे। हरियाणा में इस बार 71741 पदों पर चुनाव होने हैं। इनमें 6228 सरपंच, 62022 पंच, ब्लॉक समिति के 30380 पदों पर चुनाव होने हैं। राज्य सरकार ने सभी डीसी को 22 जुलाई तक मतदाता सूचियों का प्रकाशन करने के आदेश दिए थे। अब बाइस अगस्त का फिर से मतदाता सूची प्रकाशित हो पाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से तैयारियां शुरू की गई। राज्य चुनाव आयोग धनपत्त सिंह ने भी दावा किया था कि चुनाव दस सितंबर से पहले हो जाएंगे। अब गुरुग्राम के पटौदी को नगर परिषद बनाने, हिसार के बास और सिसाय नगर पालिका का दर्जा खत्म करके उसे ग्राम पंचायत का दर्जा दिया गया है। इनकी वार्डबंदी होनी बाकी है। गुरुग्राम और हिसार के कुछ गांवों को नगर पालिका क्षेत्र से बाहर करने के कारण अब दोबारा वार्ड बंदी होगी। इसके बाद ही चुनाव आयोग घोषणा करेगा। हरियाणा राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह का कहना है कि सरकार से दोबारा कंसल्टेंशन आएगी। अभी तय नहीं हो पाया कि चुनाव दो चरणों में होंगे या एक ही चरण में। एक चरण में चुनाव घोषित होने के बाद कम से कम 25 दिन और दो चरणों में होने पर 28 से 30 दिन की समय अवधि चाहिए। ऐसे में अगर चुनाव आयोग अगस्त महीने के अंतिम सप्ताह में चुनाव करवाने की घोषणा करता है, तब 30 सितंबर तक चुनाव हो सकेंगे।

पटौदी नगर परिषद की घोषणा

हरियाणा सरकार ने 14 अगस्त को पटौदी नगर पालिका तथा हेली मंडी नगर पालिका तथा आसपास के 10 गांवों को मिलाकर नगर परिषद पटौदी- मंडी बनाने की घोषणा की है। इसमें नरहेड़ा, जनौला, रमुपर, छावन, मिल्कपुर, मिर्जापुर, मुबारकपुर, देवलावास, हेड़ोहड़ी तथा खानपुर गांव नगर परिषद पटौदी मंडी का हिस्सा होंगे। अब इन गांवों के नगर परिषद में शामिल होने के बाद इसकी वार्डबंदी दोबारा से होगी। वहीं बास और सिसाय नगर पालिका का दर्जा खत्म करके पंचायतों का दर्जा दिया गया है। हिसार की आदमपुर नगर पालिका की बजाए आदमपुर गांव को पंचायत का दर्जा दे दिया गया।

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