-अपने जीजा के सन्यासी बनने के बाद खार खाए बैठा था साला,
पानीपत, 21 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): जिला के गांव शेरा के निकट बाबा शुक्रनाथ समाधि पर बनी कुटिया में रविवार सुबह एक बाबा की पीट-पीट कर हत्या कर दी। घर परिवार छोडक़र बाबा बन गए एक व्यक्ति को उसका साला ही मारने आया था, तडक़े अंधेरा होने के चलते आरोपी अपने जीजा की जगह दूसरे बाबा को मौत के घाट उतार फरार हो गया। इस घटना के बाद कुटिया में सनसनी फैल गई। वहीं दूसरा बाबा हमला होते देख वहां से भाग निकला। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पानीपत सिविल अस्पताल पहुंचाया। शेरे गांव के लोगों के बयानों और शिकायत के आधार पर मतलौडा थाना पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। करनाल जिला के गांव जैणी के रहने वाले बाबा रामपाल गिरी ने बताया कि वह पानीपत के गांव खंडरा में शादीशुदा है। उसके तीन बच्चे भी हैं। पारिवारिक कलह के चलते उसने परिवार त्याग दिया और बाबा बन गया। इस बात लेकर उसके ससुराल पक्ष के लोग उससे नाराज भी थे। इस बात से रंजिश रखते हुए खंडरा गांव में रहने वाला उसका साला महेंद्र निवासी खंडरा शनिवार सुबह कुटिया पर आया और उसने झगड़ा किया। झगड़े का बीच-बचाव वहां से गुजर रहे एक मच्छी पालक ने किया, जिसके बाद महेंद्र वहां से चला गया था। वह भी वापस अंदर जाकर कुटिया में लेट गया था। इसके करीब 5 ही मिनट बाद महेंद्र दोबारा आया और उसने कुटिया के भीतर सो रहे सन्यासी बाबा सेवानाथ (65) पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बाबा रामपाल गिरी का कहना है कि उसने हमला होते हुए देखा तो वह स्थिति को भांप गया और वहां से भाग निकला। फिलहाल इस घटना के बाद आरोपी फरार है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।