पुलिस को मामला संदिग्ध लगा तो उसी आधार पर जांच आगे बढ़ाई और तीन दिन में मामला खुलकर सामने आ गया
फतेहाबाद। गांव धारसूल खुर्द निवासी किसान अजमेर सिंह पर 25 लाख रुपए का कर्ज था। कर्ज चुका न पाने के कारण वह चिंतित था और इसी चिंता में उसने एक ऐसी कहानी गढ़ ली कि पुलिस भी हैरान रह गई। उसने अपने साथ साढ़े 7 लाख रुपए की लूट होने का ड्रामा रचा। पुलिस को मामला संदिग्ध लगा तो उसी आधार पर जांच आगे बढ़ाई और तीन दिन में मामला खुलकर सामने आ गया। डीएसपी बिरम सिंह के नेतृत्व में थाना सदर टोहाना व सीआईए टोहाना की टीम द्वारा इस मामले में की गई जांच पड़ताल के बाद लूट की यह वारदात झूठी पाई गई। डीएसपी टोहाना बिरम सिंह ने पत्रकारों को बताया कि थाना सदर टोहाना पुलिस ने गांव धारसूल खुर्द निवासी किसान अजमेर सिंह की शिकायत पर उससे साढ़े 7 लाख रुपये लूट का मामला दर्ज किया था। किसान ने शिकायत में कहा था कि वह टोहाना के आढ़ती से साढ़े 7 लाख रुपये अकांवाली-धारसूल के बीच नहर की पटरी पर जा रहा था तो रास्ते में मोटरसाइकिल पर पुलिस वर्दी में आए दो युवकों ने उससे यह राशि लूट ली। सूचना मिलते ही थाना सदर टोहाना, सीआईए की टीम व डीएसपी स्वयं मौके पर पहुंचे और किसान से पूछताछ की। पुलिस को लूट का मामला संदेहजनक लगा। बाद में गहनता से की गई जांच में यह मामला झूठा पाया गया। डीएसपी ने बताया कि जांच में पता चला कि उक्त किसान पर 24-25 लाख रुपये का कर्ज है और उसे चिंता थी कि साढ़े 7 लाख में वह किस-किस का कर्जा उतारेगा। इसी से बचने के लिए उसने लूट का ड्रामा रखा और टोहाना से आते समय गांव इंदाछोई में ठेके पर लिए खेत में जाकर उसने पैसों से भरा यह बैग दबा दिया। बाद में पुलिस को लूट की सूचना दी। डीएसपी ने बताया कि इस मामले में कुलां चौकी इंचार्ज कपिल देव व जांच अधिकारी एएसआई अमरजीत ने जांच को आगे बढ़ाते हुए खेत में दबाई गई राशि को बरामद कर लिया है। किसान द्वारा दर्ज करवाए गए मामले को रद्द कर उसके खिलाफ पुलिस को गुमराह करने पर कार्यवाही की जाएगी।