आईटीआई पास को बनाया जाएगा प्लांट में मैकेनिक
चंडीगढ़। कोरोना की मार के चलते आक्सीजन को लेकर अफरा तफरी का माहौल है। आक्सीजन न मिलने के कारण हजारों व्यक्ति दम तोड़ चुके हैं। सरकार आक्सीजन मुहैया करवाने के कितने ही दावे करे लेकिन स्थिति किसी से छिपी नहीं है। सरकार व उच्चाधिकारियों को आक्सीजन को लेकर प्राइवेट अस्पताल संचालकों व अन्य लोगों द्वारा आक्सीजन सिलेंडर के लाखों रुपए वसूलने की बात सामने आई तो सरकार ने आक्सीजन गैस के नियंत्रण को पूरी तरह से अपने हाथ में ले लिया है। सरकार व प्रशासन ने सभी निजी अस्पतालों के आक्सीजन सिलेंडर को अपनी कस्टडी में लेते हुए जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया है जो लगातार आक्सीजन आपूर्ति पर ध्यान रखेगी। ऐसे में अब आक्सीजन की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा देश भर में 500 आक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला लिया है। कई प्लांट महानगरों में स्थापित भी हो चुके हैं। सरकार द्वारा इन आक्सीजन प्लांटों को संचालित करने व मरम्मत आदि के लिए बड़े पैमाने पर संबंधित मैकेनिकों की जरूरत है। केंद्र सरकार ने इसका हल निकालते हुए देश भर की आईटीआई के फीटर व्यवसाय के पासआउट 2500 विद्यार्थियों को आनलाइन ट्रेनिंग दी है। इन विद्यार्थियों को आईआईटी के युवाओं व शिक्षकों द्वारा आक्सीजन प्लांट को समुचित ढंग से चलाने व अन्य प्रकार का मूलभूत प्रशिक्षण दिया गया है ताकि जरूरत पडऩे पर इन युवाओं को की सेवाएं ली जा सकें।