3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कल से शुरू होगी नोमिनेशन प्रकिया, कुलदीप बिश्नोई के बेट भव्य और संपत सिंह के बेट गौरव लड़ सकते हैं चुनाव, आम आदमी पार्टी की तरफ से सतेंदर सिंह लगभग तय
जन सरोकार ब्यूरो
फतेहाबाद, 6 अक्टूबर। कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस पार्टी छोड़ने और विधायक पद से इस्तीफे ने प्रदेश सरकार और सभी दलों को एक और उपचुनाव में उतार दिया है। इससे भी खास बात यह है कि 3 नवंबर को होने वाले आदमपुर उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि अपने बेटे भव्य को चुनाव लड़ाएंगे। भव्य को चुनाव लड़वाने के संकेत कुलदीप ना सिर्फ आदमपुर बल्कि राजस्थान के मुकाम में आयोजित कार्यक्रम में साफ तौर पर दे चुके हैं, यह बात अलग है कि अब तक भी वे अपने मुहं से कह रहे हैं कि प्रत्याशी पार्टी आलाकमान तय करेगा। वहीं अगर बात करें कांग्रेस पार्टी की तो उदयभान को अध्यक्ष बनाने के बाद से प्रदेश में हुडा फ्री हैंड हैं और उन्हें ही आदमपुर उपचुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी तय करना है। कुलदीप बिश्नोई के पार्टी छोड़ने के तुरंत बाद हुडा ने पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह को कांग्रेस में शामिल करवाकर उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई को कड़ी चुनौती देने का दम भरा था। इसके बाद से संपत सिंह आदमपुर हल्के में लगातार सक्रिय भी हैं। लेकिन कांग्रेस पार्टी के सामने समस्या तब खड़ी हुई जब कुलदीप बिश्नोई लगातार भव्य बिश्नोई को चुनाव लड़वाने के संकेत दे रहे हैं। साफ है कि भव्य के सामने प्रो. संपत चुनाव नहीं लड़ेंगे, ऐसे में उन्होंने भी अपने बेटे गौरव संपत को मैदान में उतारने का मन लगभग बना लिया है। ऐसे में इस बार आदमपुर का चुनाव धुरंधरों यानि कुलदीप बिश्नोई बनाम प्रो. संपत ना होकर धुरंधरों के बेटों भव्य और गौरव के बीच होने वाला है। हालांकि तीन दिन पहले ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुडा ने भजनलाल परिवार के पुराने साथी रहे पोकरमल के लड़के प्रदीप बेनीवाल को भाजपा से कांग्रेस में शामिल करवाया है, इसके बाद चर्चा यह भी है कि कांग्रेस पार्टी भजनलाल परिवार के सामने उनके ही पारिवारिक सदस्य रहे प्रदीप बैनीवाल को उतार सकती है। वहीं अगर बात करें जन नायक जनता पार्टी की तो भाजपा से गठबंधन की सरकार चला रही इस पार्टी के उपचुनाव लड़ने की संभावना अब तक नजर नहीं आती है, जजपा बड़ोदा और ऐलनाबाद उपचुनाव की तरह ही इस बार भी भाजपा प्रत्याशी को स्पॉट करेगी। पंजाब और दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी आदमपुर उपचुनाव को कितना गंभीरता से ले रही है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव की घोषणा होने से पहले ही यहां दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान रैली कर चुके हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर आदमपुर में लगातार अभियान भी चला रही है। जहां तक बात आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की है तो केजरीवाल की मौजूदगी में भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले सतेंदर सिंह का चुनाव लड़ना लगभग तय है। इसके अलावा इनेलो भी चुनाव मैदान में अपना प्रत्याशी उतारेगी हालांकि इनेलो पार्टी को 2019 के आमचुनाव में आदमपुर में लगभग 2 हजार वोट ही मिले थे। कोई भी पार्टी किसी को भी टिकट दे लेकिन यह स्पष्ट है कि आदमपुर का यह उपचुनाव ना सिर्फ जनता का 2024 को लेकर मूड बताएगा बल्कि काफी रोचक और रोमांचक भी होने वाला है।