आप ने 4 मंत्री और 25 एमएलए तो कांग्रेस ने उतारे 30 एमएलए
जन सरोकार ब्यूरो
आदमपुर। राजनीति के पीएचडी कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की परिवारिक विरासत सीट आदमपुर के विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए राजनीतिक दल एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। आम आदमी पार्टी इस उप चुनाव को गेटवे ऑफ हरियाणा मान रही है वहीं कांग्रेस भी जी—जान लगा रही है। परंतु चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों के पास संगठन नहीं है। चुनाव अभियान के लिए आम आदमी पार्टी पंजाब और दिल्ली के 25 विधायकों और 4 मंत्रियों को उतार रही है वहीं कांग्रेस ने बिना उम्मीदवार की घोषणा के ही 30 विधायक और 48 पूर्व विधायक उतार दिए है।
आप ने अपने इन दो राज्यों के विधायकों पर विश्वास जताते हुए आदमपुर उपचुनाव में ड्यूटी लगाई है तथा आदमपुर में ही अपना मुख्य चुनाव कार्यालय खोला है। वहीं कांग्रेस ने आप के चुनाव अभियान को देखते हुए अपने विधायकों और पूर्व विधायकों की उतारा है। पार्टी ने मौजूदा 30 विधायकों, 48 पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों को जिम्मेदारी दी है ताकि चुनाव प्रचार अभियान में कमी न रह सके।
कांग्रेस तीन जोन में बांटा हल्का आदमपुर
कांग्रेस ने दूसरे राज्यों के नेताओं पर विश्वास नहीं जताया। कांग्रेस ने आदमपुर को तीन जोन में बांटा है। साथ ही तीनों जगहों पर कार्यालय खोलने की घोषणा की है। हिसार कार्यालय की देखरेख सीएम के पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह को दी गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के अतिरिक्त विधायक दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय सिंह यादव, किरण चौधरी सहित चारों कार्यकारी अध्यक्ष व कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण स्टार प्रचारक बनाये गये हैं।
बिना उम्मीदवार ही लगाई विधायकों की ड्यूटी
आदमपुर उप चुनाव में अभी तक बेशक कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है लेकिन चुनाव अभियान की जिम्मेदारी पहले ही विधायकों और पूर्व विधायकों को बांट दी है। कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर अभी तक जयप्रकाश का नाम सबसे ऊपर है, परंतु उम्मीदवार घोषित न किए जाने पर कहीं न कहीं कोई पेंच अटका हुआ है। विधायकों के आगे भी सवाल है कि उम्मीदवार का नाम न घोषित होने पर चुनाव प्रचार किसके नाम पर शुरू करें।
उप चुनाव के कारण अटकी कांग्रेस के संगठन की सूची
हरियाणा कांग्रेस के संगठन की सूची एक बार फिर से लटक गई है। आदमपुर उप चुनाव से पहले पार्टी में किसी तरह की बगावत और गुटबाजी की आशंका के चलते ही प्रदेश कांग्रेस अब सूची को उप चुनाव के बाद ही जारी करेगी। प्रदेश में 180 ब्लॉक प्रधान और करीब 33 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है।