जन सरोकार ब्यूरो। कैथल
सीआईए-1 पुलिस ने टाउन एंड प्लानिंग विभाग के बाहर से नकली सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नरवाना के गांव सिंसर विक्रम उर्फ विक्की के तौर पर हुई है। आरोपी ने सब इंस्पेक्टर बनकर दिल्ली, चंडीगढ़ व हरियाणा के कई शहरों में ठगी की है। सीआईए-1 के प्रभारी बीरभान ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम को जानकारी मिली थी कि एक युवक एक्सयूवी-300 में हरियाणा पुलिस के सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग कार्याल के पास खड़ा है। पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस द्वारा गाड़ी को कब्जे में लेकर गहनता से जांच की गई। जांच के दौरान गाड़ी से एक बटन वाला चाकू तथा 12 बोर के 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए। आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज किया गया। आरोपी के कब्जे से वर्दी, बैल्ट, लाल जूते व नेम प्लेट भी बरामद की गई।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी वर्ष 2016 से एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) का अधिकारी बनकर हरियाणा, पंजाब सहित अन्य जगह पर नोटबंदी के समय से लोगों के घर छापामार कार्रवाई कर रहा था। जिस घर में पुराने रुपये मिल जाते थे, उनसे पैसे ठगता था। जब यह काम बंद हो गया था तो होटल व गोदामों से जांच के नाम पर ठगी शुरू कर दी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है।
सीआईए वन थाने में पत्रकारों को इंचार्ज बीरभान ने बताया कि सूचना मिली सब-इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर एक लड़का लघु सचिवालय के नजदीक गाड़ी में बैठा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी ने 10 मिनट तक गाड़ी का गेट नहीं खोला। इसके बाद दबाव पड़ने पर उसने गाड़ी की खिड़की खोली तो उसके पास पहचानपत्र नकली पुलिस सब इंस्पेक्टर का मिला। पहचान पत्र पर फोटो दूसरे की लगाई हुई थी। उसके पास चार कारतूस व चाकू भी मिला। आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत थाना सिविल लाइन में पुलिस ने मामला दर्ज किया। गाड़ी, वर्दी, बेल्ट, लाल जूते व नेम प्लेट सहित अन्य सामान जब्त कर लिया गया।
एसआई ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी विक्रम ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर हरियाणा पुलिस के आई कार्ड तैयार करके वर्ष 2016 से नकली पुलिस पार्टी का गठन कर रखा था। हरियाणा व अन्य राज्यों में जाकर एसटीएफ की टीम बता कर लोगों पर दबाव बनाकर पैसे ऐंठने का काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि न्यायालय में आरोपी विक्रम को पेश करने के बाद उसे चार दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने फेसबुक पर भी एसटीएफ के नाम से अकाउंट बनाया हुआ है। बीरभान ने बताया कि पूछताछ दौरान सामने आया कि वह पंचकूला के होटल से 15 लाख रुपये लेकर आया है। इसकी पूछताछ की जाएगी। आरोपी ने नकली बाल भी लगाए हुए थे। पहले भी उसके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।