भजनलाल परिवार को ही वोट देना लोगों की मजबूरी समझते रहे हैं कुलदीप, अब बेटे का जितवाने के लिए ना सिर्फ झोली फैलाए वोट मांग रहे हैं बल्कि लोगों से सरेआम माफी भी मांग रहे हैं, लेकिन आदमपुर गुस्से में है
जन सरोकार ब्यूरो।
आदमपुर।
उपचुनाव की वोटिंग होने में मात्र कुछ ही घंटे का समय बाकी बचा है, इस उपचुनाव के प्रचार के दौरान ना सिर्फ कुलदीप बिश्नोई और भजनलाल परिवार के हर सदस्य को कई ऐसी चीजें देखने को मिली हैं जो इससे पहले उन्होंने कभी फेस नहीं की थी, बल्कि सालों से एक ही परिवार को वोट देती आई आदमपुर की जनता की आंखें भी काफी हद तक खुलती दिखाई दे रही हैं।
चौधरी भजनलाल के करवाए हुए कार्यों या यूं कहें कि उनके संघर्ष के नाम पर हर बार चुनाव जितने वाले कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर की जनता को “बंधुआ” मान लिया था तथा उन्हें लगने लगा था कि भजनलाल परिवार को ही वोट देना आदमपुर की जनता की मजबूरी है। लेकिन इस बार जिस तरीके से लोगों ने कुलदीप बिश्नोई को सबक सिखाने का मन बनाया हुआ है, उसका कुलदीप बिश्नोई को आज की रात और कल दिन जहां अहसास हो जाएगा। वहीं 6 नवंबर को काउंटिंग के दिन इस बात की तसल्ली भी हो जाए कि आदमपुर और आदमपुर की जनता बंधुआ नहीं है। कई चुनाव लड़ चुके कुलदीप बिश्नोई को पिछले 2 दिन से इस बात का अहसास होने भी लगा है कि जनता उनके साथ क्या करने वाली है लेकिन अब समय जा चुका है। अब यदि किसी का समय बचा है तो वो है आदमपुर की जनता का समय। आदमपुर को अपनी जेब में मानने वाले कुलदीप बिश्नोई अब अपने बेटे को चुनाव जितवाने के लिए ना सिर्फ झोली फैलाए वोट मांग रहे हैं बल्कि लोगों से माफी भी मांग रहे हैं।