अंबाला के एसपी को शिकायत देकर एससी एक्ट में केस दर्ज करने की गुहार
अंबाला। हरियाणा पुलिस में आईजी के पद पर तैनात वाई पूर्ण कुमार ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पर उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। इस सिलसिले में आईजी ने अंबाला के पुलिस कप्तान हामिद अख्तर को शिकायत देकर एससी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की गुहार की है। अंबाला पुलिस कप्तान को दी शिकायत में आईजी वाई पूर्ण कुमार ने लिखा कि 3 अगस्त 2020 को अवकाश था और वे शहजादपुर थाने के मंदिर में माथा टेकने गए थे। उसी दिन तत्कालीन पुलिस कप्तान अभिषेक जोरवाल भी मंदिर में गए थे और यह खबर अखबारों में भी छपी। इसके बाद 17 अगस्त को डीजीपी मनोज यादव ने उन्हें एक पत्र लिखकर पूछा कि थाने में मंदिर की स्थापना से पहले किसकी आज्ञा ली गई। उस वक्त अंबाला के पुलिस कप्तान अभिषेक जोरवाल से यह सवाल पूछा जाना चाहिए था जबकि न तो उनसे ऐसा कोई सवाल पूछा गया और न ही उन्हें कोई पत्र ही लिखा गया। आईजी वाई पूर्ण कुमार का कहना है कि इस मामले में उन्हें उत्पीडऩ का शिकार बनाया गया। अपने जवाब में पूर्ण कुमार ने डीजीपी और अंबाला के पुलिस कप्तान को बताया कि शहजादपुर के थाने में मंदिर 2011 से बना हुआ है और यह उनकी अंबाला में तैनाती से पूर्व का है। अब उनके मंदिर में जाने पर क्यों आपत्ति है।
“सभी जाते हैं मंदिर तो”
अपने जवाब में आईजी वाई पूर्ण कुमार ने लिखा कि सब लोग मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं। मैं सार्वजनिक अवकाश के दिन गया था। समझ नहीं आ रहा कि मेरे मंदिर में जाने पर क्यों दिक्कत है। आईजी पूर्ण कुमार ने अपने शिकायत पत्र में यह भी लिखा है कि इस बारे में उन्होंने 10 फरवरी 2021 को एसीएस राजीव अरोड़ा को भी लिखा था मगर इस पर कोई एक्शन नहीं हुआ। डीजीपी उन्हें मंदिर में जाने से रोक नहीं सकते। उनके खिलाफ एक्शन होना चाहिए।
“डीजीपी ने पत्र लिखकर अपमान किया”
आईजी वाई पूर्ण कुमार ने अपने पत्र में लिखा कि डीजीपी मनोज यादव ने 18 और 19 मार्च 2021 के अतिरिक्त 20 अप्रैल को भी एक पत्र लिखकर उनका अपमान किया। डराया और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की धमकी भी दी। अब उन्हें डर है कि डीजीपी मनोज यादव मुझे व्यक्तिगत नुकसान पहुंचा सकते हैं। दूसरी तरफ डीजीपी मनोज यादव का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।