कहा – मुकदमे वापस लेने की कानूनी प्रक्रिया एक महीने तक चलेगी, इसलिए हम प्रशासन को एक माह का समय दे रहे हैं अगर प्रशासन ने इस बार भी कोई धोखा दिया तो प्रशासन व सरकार फिर एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें
हिसार। हिसार में 16 मई को हुए उपद्रव के बाद किसानों पर दर्ज हुए मुकद्मों के विरोध में आज हिसार में प्रदर्शन करने पहुंचे हजारों किसानों के रुख को देखते हुए जिला प्रशासन ने किसान प्रतिनिधियों से बातचीत की पेशकश की थी, जिसे किसान संगठनों ने मान लिया था और 21 सदस्यीय कमेटी ने जिला अधिकारियों से बातचीत की। कई घंटों की बैठक के बाद आखिरकार, किसान नेता राकेश टिकैत ने हिसार में पत्रकारों को बताया कि बैठक में तय किया है कि प्रशासन किसानों पर दर्ज सभी मुकद्में रद्द करेगा। इस मौके पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी सहित अनेक किसान नेता मौजूद थे। टिकैत ने पत्रकारों से कहा कि कसानों और प्रशासन के बीच हुई बातचीत सिरे चढ़ी है। प्रशासन ने 16 मई को दर्ज मुकदमे वापस लेने का भरोसा दिया है। मुकदमे वापस लेने की कानूनी प्रक्रिया एक महीने तक चलेगी, इसलिए हम प्रशासन को एक माह का समय दे रहे हैं अगर प्रशासन ने इस बार भी कोई धोखा दिया तो प्रशासन व सरकार फिर एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहें। बता दें कि आंदोलनकारी सीएम आगमन के दिन गत 16 मई को पुलिस तथा आंदोलनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद करीब 350 आंदोलनकारियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने का विरोध कर रहे थे। आंदोलनकारियों ने सोमवार को हिसार में आयुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया हुआ था।