डीसी ने 30 जून तक किताबें बांटने व अन्य मुद्दों के हल होने का दिया गया भरोसा
मांगें पूरी न होने पर 6 जुलाई के बाद आंदोलन तेज होगा
फतेहाबाद।
सरकारी स्कूल प्रबंधक समिति अभिभावक मंच द्वारा बच्चों को साथ लेकर स्कूलों में किताबें व शिक्षकों का प्रबंध करने व फीस लागू करने के विरोध में सोमवार को डीसी दफ्तर के सामने शुरू किए गए पड़ाव को डीसी के साथ हुई बातचीत के बाद स्थगित कर दिया गया। जिला प्रशासन से दो दौर की बातचीत के सफल रहने के बाद स्कूल प्रबंधक कमेटी ने समस्त बच्चों, उनके अभिभावकों व अन्य सभी सहयोगी संगठनों से बातचीत करके यह फैसला लिया।
गौरतलब है कि सोमवार सुबह अलग-अलग गांवों व शहर से पैदल मार्च करते हुए बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों के बच्चे, उनके अभिभावक और ग्रामीण डीसी दफ्तर के सामने जुटे। इस शैक्षणिक सत्र के 3 महीने बीत जाने पर भी किताबें न मिलने, सरकारी स्कूलों में फीस लगाने, अध्यापकों की कमी व वजीफे बंद करने समेत अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर बच्चों व अभिभावकों ने शहर में प्रदर्शन करते हुए पूरे जिला सचिवालय कॉम्पलैक्स में जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद जिला सचिवालय के सामने पार्क में डेरा लगाया। भीषण गर्मी में 44 डिग्री तापमान में बच्चे खुले आसमान के नीचे बैठे रहे लेकिन जिला प्रशासन की ओर से दोपहर बाद तक कोई बातचीत की सुध नहीं ली गई और कहा गया कि डीसी छुट्टी पर हैं। इसके बाद सीटीएम व जिला शिक्षा अधिकारी के साथ पहले दौर की बातचीत हुई लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ सकी। इसके बाद स्कूल प्रबंधक कमेटी, बच्चे व अभिभावक जिला सचिवालय काम्पलैक्स के अंदर दाखिल हुए और डीसी दफ्तर के सामने एक घंटा जमकर नारेबाजी की। इसके बाद देर शाम उपायुक्त ने स्कूल प्रबंधक कमेटी को बातचीत के लिए बुलाया। प्रशासन से बातचीत के लिए स्कूल प्रबंधन समिति व अभिभावक मंच की ओर से योगिन्द्र सिंह भूथन संयोजक, बेगराज प्रधान सह संयोजक, देशराज माचरा अध्यापक संघ, सुरेश जांडली, कृष्ण ज्याणी, मनिन्दर कोच, पूर्ण सिंह स्वामी नगर, एडवोकेट शहनवाज, उमेद चन्द्रावल, ओमप्रकाश, भूषण कुमार को नामांकित किया गया।
यह दूसरे दौर की बातचीत सकारात्मक माहौल में रही जिसमें डीसी प्रदीप कुमार ने बताया कि 30 जून तक फतेहाबाद जिले के सभी स्कूलों में किताबें हर हाल में पहुंच जाएंगी। स्वामी नगर फतेहाबाद के स्कूल में रास्ते के लिए निशानदेही इत्यादि प्रक्रिया शुरू कर शीघ्र ही रास्ता देने का काम होगा। बीघड़ स्कूल में नए कमरे बहुत जल्द बनने शुरू होंगे। पीने के पानी का प्रबंध किया जाएगा। साइंस व कॉमर्स स्ट्रीम शुरू करने की पहल होगी। फुटबॉल नर्सरी की देखरेख के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। बरसीन एसएमसी के प्रस्ताव के अनुसार कन्या प्राथमिक पाठशाला व राजकीय माध्यमिक विद्यालय को एक ही काम्पलेक्स में शुरू करने की दिशा में काम होगा। इसी तरह से भूथन कलां के कन्या प्राथमिक पाठशाला व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई बेहतर करने के लिए तालमेल स्थापित किया जाएगा। फतेहाबाद व अन्य लड़कियों के स्कूलों के आगे असामाजिक तत्वों के जमावड़े को रोकने के लिए पुलिस की गश्त रहेग ।
जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने बताया कि फैमिली आईडी के कारण 57 स्कूलों में से 37 स्कूलों में पहली क्लास में एडमिशन होने की समस्या का समाधान कर दिया गया है। बाकी बचे 20 स्कूलों में भी जल्द ही पहली कक्षा में दाखिले शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा अध्यापकों व अन्य सहायक स्टाफ की नई भर्ती, मॉडल संस्कृति स्कूलों में फीस बंद करने, बच्चों की संख्या के अनुसार अध्यापकों के एडजेस्टमेंट का अधिकार जिला शिक्षा अधिकारी को देने, दूरदराज के गांवों व ढाणियों से आने वाले बच्चों के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाने संबंधी मांगे उपायुक्त ने हरियाणा सरकार को तुरंत भेजने व हल करवाने की बात कही। प्रशासन से बातचीत के बाद स्कूल प्रबंधक कमेटी के ने बताया कि आगामी दिनों में फतेहाबाद जिले के गांव-गांव में जाकर एसएमसी कमेटियों, अभिभावकों व ग्रामीणों से संपर्क कर 30 जून तक एक जिला स्तरीय व्यापक मीटिंग करके कमेटी का विस्तार किया जाएगा। यदि उपरोक्त समझौते के अनुसार प्रशासन व सरकार आगे नहीं बढ़ते हैं तो 6 जुलाई के बाद आंदोलन को तेज किया जाएगा। स्कूल प्रबंधक समिति व अभिभावक मंच ने पड़ाव को सफल बनाने के लिए अभिभावकों, ग्रामीणों, अध्यापक संघ, सर्व कर्मचारी संघ, संयुक्त किसान मोर्चा के अलावा अन्य संगठनों का भी धन्यवाद किया।