सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि ‘मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए और उसके पास अच्छे विचार हों और उसकी छवि बेदाग हो, लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकी

जन सरोकार ब्यूरो
नई दिल्ली, 8 फरवरी। दिल्ली चुनाव के रुझानों पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि ‘मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए और उसके पास अच्छे विचार हों और उसकी छवि बेदाग हो, लेकिन आप ऐसा नहीं कर सकी। वे शराब और पैसे के फंदे में फंस गए। उनकी छवि पर दाग लगे हैं और इसी वजह से उन्हें कम वोट मिले। लोगों ने देखा कि जो अरविंद केजरीवाल चरित्र की बात करते थे, उन पर शराब घोटाले के आरोप लगे। राजनीति में आरोप लगते हैं। लोगों को साबित करना होता है कि वे बेदाग हैं और सच्चाई हमेशा सच्चाई रहती है। मैंने पहले ही तय किया था कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगा और मैं अभी भी उस पर कायम हूं।’
गौरतलब है कि 2020 में भाजपा ने महज 8 सीटें जीती थीं। 2025 में 6 गुना ज्यादा यानी 48 से ज्यादा सीटों पर जीती है। केजरीवाल को प्रवेश वर्मा ने 4089 वोटों से हराया, जबकि संदीप दीक्षित को 4568 वोट ही मिले। दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा को ज्यादा खुश नहीं होना चाहिए। कांग्रेस ने भाजपा को जिताने में लगी हुई थी और आम आदमी पार्टी को हराने में लगी हुई थी। आम आदमी पार्टी की हार पर माकपा और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने निराशा व्यक्त की है और कहा है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में मतभेदों ने राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा के अच्छे प्रदर्शन का मार्ग प्रशस्त किया है। वहीं, शिवसेना (बीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा है कि अगर आप और कांग्रेस के बीच संबंध अच्छे होते तो बेहतर परिणाम होता। दोनों दलों ने भाजपा के खिलाफ अलग-अलग चुनाव लड़ा।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर कटाक्ष किया। अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर एक मीम पोस्ट करते हुए लिखा, ‘‘और लड़ो आपस में!’ दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- ‘मुझे लगता है कि दिल्ली में हमारी सभी बैठकों और जिन लोगों से मैं मिल रही थी, उन सबसे यह बहुत स्पष्ट था कि लोग बदलाव चाहते थे और वे उन चीजों से तंग आ चुके थे। उन्होंने बदलाव के लिए वोट दिया है, जो जीतें उन्हें बधाई। हमें और अधिक मेहनत करनी होगी, हम लोगों के मुद्दे उठाते रहेंगे।’