-पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित विपक्षी नेताओं ने जताया विरोध
चंडीगढ़, 12 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूली पाठ्यक्रम से महाराजा अग्रसैन, सर छोटू राम, चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित कई लोगों की जीवनियां हटा दी हें। नए पाठ्यक्रम में इनकी जीवनी न होने पर जहां विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं समाज के लोगों और समर्थकों में नाराजगी है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री गीता भूक्कल, एडवोकेट विजय बंसल ने विरोध जताते हुए इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गौरतलब है कि हरियाणा में कक्षा पांचवीं की हिंदी पुस्तक में पाठ संख्या 11 पर महाराजा अग्रसेन की जीवनी थी। इसी प्रकार से पाठ संख्या 14 पर हरियाणा के गौरव के नाम से सर छोटू राम, प्रथम मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसी लाल, राव बीरेंद्र सिंह व चौधरी रणबीर सिंह की जीवनी को पढ़ाया जा रहा था। 2020 में लागू किए नए पाठ्यक्रम में से इन्हें चुपचाप हटा दिया गया। उल्लेखनीय है कि महाराजा अग्रसैन अग्र समाज के संस्थापक रहे हैं। सर छोटूराम को किसानों के मसीहा के रूप में जाना जाता है। इसी प्रकार से पंडित भगवत दयाल शर्मा प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे। चौधरी देवीलाल दो बार मुख्यमंत्री और दो बार उपप्रधानमंत्री रहे। वहीं चौधरी बंसीलाल चार बार जबकि राव बीरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री रहने के अलावा केंद्र में मंत्री रहे हैं। इसी प्रकार से रणबीर सिंह संविधान सभा के सदस्य रहने के अलावा संयुक्त पंजाब के समय मंत्री रहे हैं।