-साल 2000 और 2019 में बची थी पार्टी की जमानत, सोनाली ने किया अच्छा प्रदर्शन

जन सरोकार ब्यूरो
आदमपुर। अगले सप्ताह 3 नवंबर को होने वाले आदमपुर उपचुनाव में कई समीकरण पहली बार बन रहे हैं। एक तरफ जहां भजनलाल परिवार का कोई सदस्य पहली बार भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहा है वहीं भाजपा को हरियाणा के इतिहास में पहली बार इस सीट पर जीत की उम्मीद है। इससे पहले भाजपा आदमपुर में कभी भी चुनाव नहीं जीती है। ऐसे में पहली बार इस सीट को अपने नाम करने के लिए भाजपा संगठन भी खूब जोर लगा रहा है।
अब तक भाजपा 7 चुनाव लड़े, 5 में जमानत जब्त
भारतीय जनता पार्टी ने आदमपुर में अब तक कुल 7 चुनाव लड़े हैं। इनमें से पार्टी की 5 चुनावों में जमानत जब्त हुई है तथा केवल 2000 और 2019 के चुनाव में ही पार्टी अपनी जमानत बचा पाई थी। लेकिन इस बार के उपचुनाव में भाजपा के पास भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई के रूप में मजबूत उम्मीदवार है।

सोनाली फौगाट ने लिए थे अच्छे वोट
2019 के विधानसभा आम चुनाव में भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई के सामने आदमपुर से सोनाली फौगाट को टिकट दिया था। सोनाली फौगाट ने चुनाव में मेहनत भी खूब की और 34 हजार के करीब वोट हासिल किए थे। चुनाव के बाद भी सोनाली फौगाट अपनी मौत से पहले तक आदमपुर में खूब सक्रिय रही थी।

भजनलाल की तीसरी पीढ़ी चुनाव मैदान में
यहां बता दें कि आदमपुर में पिछले 54 सालों से भजनलाल परिवार का सदस्य ही विधायक बनता आया है। यहां से चौधरी भजनलाल खुद, उनकी पत्नी, जसमा, बेटा कुलदीप और कुलदीप की पत्नी रेणुका विधायक रह चुकी हैं। अब भजनलाल परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में कुलदीप के बेटे भव्य चुनाव लड़ रहे हैं।