अंबाला, 26 जून। डिप्रेशन के चलते अंबाला की मुलाना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बीटेक के एक छात्र ने पंखे से फंदा लगा कर अपनी जान दे दी। हैरत है कि लाश दो दिन तक पंखे से झूलती रही लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन को इसकी खबर नहीं लगी। आखिरकार, आज शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। यह भी तब हो पाया जब कमरे से बदबू आने लगी और किसी अनहोनी की आशंका में पुलिस को सूचना दी गई। मुलाना पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान पूर्णेंद्रु मिश्रा, निवासी गांव पंचमबा जिला दरभंगा बिहार के रूप में हुई है। छात्र ने डिप्रेशन में आकर सुसाइड की थी। उसने सोशल अकाउंट पर कविताएं पोस्ट की थीं, जिससे महसूस हो रहा है कि वह डिप्रेशन में आ चुका था। बताया गया है कि परिजनों ने मामले में किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी है। मृतक के भाई यशवर्धन ने बताया कि कुछ दिनों पहले पूर्णेंद्रु का कॉल आया था। इसके कुछ दिन बाद मैसेज आया कि वह किसी से बात नहीं करेगा। इस पर परिजन परेशान हो गए थे। वे उसे कॉल कर रहे थे, लेकिन वह फोन रिसीव नहीं कर रहा था। हॉस्टल प्रबंधन को सूचना दी गई थी। अब पुलिस का ही फोन आया और बताया कि पूर्णेंद्रु ने सुसाइड कर लिया है। अब सवाल यह है कि जब परिजनों ने युनिवर्सिटी प्रशासन को छात्र की मानसिक हालत की जानकारी दे दी थी, तब भी छात्र की ओर किसी ने अतिरिक्त सावधानीपूर्ण रवैया क्यों नहीं रखा? और न ही युनिवर्सिटी प्रशासन ने उसके दो दिन गायब हो जाने पर भी कोई सतर्कतापूर्ण कदम उठाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में बीटेक के छात्र ने किया सुसाईड, दो दिन फंदे से झूलती रही लाश
By Jan Sarokar
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