-स्वास्थ्य विभाग ने टेस्ट-टै्रक-ट्रीट के मजबूत प्लान पर किया काम : डीसी डा.नरहरि सिंह बांगड़
-जिला के 260 गांवों में डोर टू डोर सर्वे पूरा, 7.15 लाख नागरिकों के स्वास्थ्य परीक्षण किया गया
फतेहाबाद, 4 जून। कोरोना संक्रमण से जनमानस को बचाने के लिए ग्राम स्तर पर आवश्यक स्वास्थ्य इंतजाम उपलब्ध करवाते हुए जिला प्रशासन ने मजबूत सुरक्षा तंत्र स्थापित किया। जहां बीमार वहीं उपचार के मूल मंत्र पर काम करते हुए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। सरकार की टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट के मजबूत प्लान के तहत ग्रामीण स्तर पर मजबूत स्वास्थ्य सुरक्षा तंत्र तैयार किया गया। उसी का नजीता रहा है कि जिला में संक्रमण की दर कम हुई है और ठीक हुए मरीजों की संख्या बढ़ी है।
जिला में हरियाणा विलेज जनरल हेल्थ चेकअप स्कीम (एचवीजीएचसीएस) के तहत 7,15,813 नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। ग्रामीण सर्वे में 1,38,150 परिवारों की जांच की गई है। इसके लिए जिला में 260 टीमों ने डोर टू डोर जाकर काम किया है। ग्रामीण स्तर पर मजबूत स्वास्थ्य सुरक्षा तंत्र के कारण मरीजों की संख्या में कमी हुई है।
स्क्रीनिंग के दौरान 3,860 व्यक्तियों में इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षण मिले
इस बारे विस्तार से जानकारी देते हुए डीसी डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि गांवों में फील्ड टीमों ने अपना 260 गांवों का सर्वे पूर्ण कर लिया है। इसके तहत स्क्रीनिंग के दौरान 3,860 व्यक्तियों में इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी के लक्षण मिलें। उन्होंने बताया कि फील्ड टीम ने अपने 19 दिन के सर्वे के दौरान 5,373 लोगों को विलेज हैडक्वार्टर को रैफर किया। विलेज हैडक्वार्टर टीम ने 2,280 व्यक्तियों के रेपिड एंटीजन टेस्ट किए, जिनमें से 119 लोग पॉजिटिव पाए गए। विलेज हैडक्वार्टर टीम ने 1514 लोगों के आरटीपीसीआर सैम्पल लिए, जिनमें से 58 पॉजिटिव केस पाए गए। सभी पॉजिटिव पाए गए केसों को विलेज हैडक्वार्टर टीम ने होम आइसोलेशन के लिए भेजा दिया। इस दौरान 21 मरीजों को सीएचसी व डीएच सैंटरों पर भर्ती भी करवाया गया।
फील्ड टीम ने घर-घर जाकर सर्वे का काम किया
डीसी डॉ. बांगड़ ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा ग्राम स्तर पर सर्वे कार्य के लिए दो टीमें फील्ड टीम व हेडक्वार्टर टीमें बनाई गई थी, फील्ड टीम ने घर-घर जाकर सर्वे का काम किया और अगर कोई व्यक्ति कोरोना संदिग्ध पाया तो उसे गांव हेडक्वार्टर टीम के पास स्वास्थ्य जांच व उपचार के लिए भेजा। उन्होंने बताया कि गांव स्तर पर गठित इन फील्ड टीमों ने सभी 260 गांवों में घर-घर जाकर परिवार के सभी सदस्यों के बारे में स्वास्थ्य संबंधि जानकारी प्राप्त की है और उनका ऑक्सीजन लेवल भी चेक किया। सर्वे टीम ने ग्रामीणों को कोविड नियमों व उचित व्यवहार के बारे में जागरूक किया। परिवार के हर सदस्य का कोरोना के लक्षण जैसे सिर दर्द, बुखार, सूखी खांसी, बदन दर्द समस्याओं बारे जानकारी प्राप्त की गई।
जिन मरीजों के पॉजिटिव केस पाए गए, उन सभी को होम आइसोलेशन में रखकर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन अनुसार ट्रीटमेंट दिया गया
डीसी डॉ. बांगड़ ने बताया कि एचवीजीएचसीएस के सर्वे में लोगों के स्वास्थ्य बारे संपूर्ण जानकारी प्राप्त होने के बाद जिन मरीजों के पॉजिटिव केस पाए गए, उन सभी को होम आइसोलेशन में रखकर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन अनुसार ट्रीटमेंट दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस सर्वे का संक्रमण चेन तोडऩे में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। स्वास्थ्य विभाग को ग्रामीण क्षेत्र के हर व्यक्ति के स्वास्थ्य का डाटा मिल गया और ट्रेक हुए सभी मरीजों का इलाज समय पर शुरू हो पाया।