वोटिंग में अब मात्र 6 घंटे का समय बाकी, 6 नवंबर को होगी मतगणना
जन सरोकार ब्यूरो
आदमपुर। उपचुनाव के दौरान गांव आदमपुर में मामूली झड़प होने की सूचना मिली है। जानकारी अनुसार यहां मतदान केंद्र के बाहर एक वकील राजेश के साथ पूर्व सरंपच के पुत्र संजय ने मारपीट कर दी। मामले की सूचना मिलन पर हिसार एसपी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया तथा लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से मतदान करने की अपील की जिसके चलते मतदान पर काफी असर पड़ा है। वहीं आदमपुर में सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग भी काफी धीमी चल रही है तथा दोपहर 12 बजे केवल 29 फीसदी मतदान हुआ है। बता दें कि उपचनुाव में शाम 6 बजे तक पोलिंग होनी है ऐसे में मतदान के मात्र 6 घंटे का समय बाकी बचा है।
भव्य बिश्नोई के सामने गढ़ बचाने की चुनौती
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देने से हो रहे आदमपुर उपचुनाव में आज सुुबह 7 बजे से वोटिंग हो रही है। इस उपचुनाव में कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कांग्रेस ने उनके सामने जयप्रकाश जेपी को उतारा है। यहां बता दें कि इस उपचुनाव में भव्य बिश्नोई के सामने जहां अपने परिवार का गढ़ बचाने की चुनौती है वहीं जयप्रकाश को टिकट देने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा की साख भी दांव पर लगी हुई है।
इनेलो और आप प्रत्याशी नहीं उठा पाए चुनाव
उपचुनाव में प्रचार के दौरान इनेलो प्रत्याशी कुरड़ाराम और आम आदमी पार्टी के सतेंदर सिंह एक बार भी अपने चुनाव को नहीं उठा पाए। वहीं भाजपा और कांग्रेस के ताबड़तोड़ प्रचार से दोनों पार्टियों में सीधा मुकाबला हो गया। वहीं आम आदमी पार्टी के सतेंद्र सिंह की के गलत बयान और अरविंद केजरीवाल का रोड शो रद्द होने से पार्टी काफी बैकफूट पर चली गई।
भजनलाल परिवार के 4 सदस्य यहां से बन चुके विधायक
आदमपुर विधानसभा से चौधरी भजनलाल चुनाव लड़ते थे लेकिन उनके केंद्र में जाने के चलते पहले उन्होंने अपनी पत्नी जसमा देवी को यहां से चुनाव लड़वाया और जिताया, इसके बाद कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका भी आदमपुर से विधायक बने और उनके बेटे भव्य बिश्नोई चुनाव लड़ रहे हैं। यदि भव्य यहां से चुनाव जीते तो इस परिवार के विधायक बनने वाले 5वें सदस्य होंगे।
कांग्रेस में हुड्डा पिता-पुत्र ने ही किया प्रचार
इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने 32 स्टर प्रचारकों की सूची जारी की थी लेकिन उनमें से कोई बड़ा नेता प्रचार करने नहीं आया। कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी, कुमारी शैलजा और चंद्रमोहन के प्रचार में नहीं आने के कारण पूरे चुनाव के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और जेपी ने ही प्रचार किया।