लगभग ढाई हजार रोजगार अवसरों का होगा सृजन, स्वीडन की कंपनी करेगी 3500 करोड़ रूपए का निवेश
चंडीगढ़,16 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को गुरूग्राम में स्वीडन के इंग्का सेंटर्स के उत्तर भारत में पहले आइकिया ‘मिक्सड यूज कॉमर्शियल प्रोजेक्ट‘ का भूमि पूजन कर इसके निर्माण का शुभारंभ किया। लगभग 3500 करोड़ रूपए के निवेश से बनने वाले मिश्रित उपयोग वाले इस आइकिया प्रोजेक्ट का निर्माण गुरूग्राम के सेक्टर 47 में होगा। स्वीडन के भारत में राजदूत क्लास मोलिन भी इस मौके पर उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा को कर्म की भूमि, संभावनाओं और समृद्धि की भूमि बताते हुए यहां पर इंग्का सेंटर्स और आइकिया प्रोजेक्ट का हरियाणा में आने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट उत्तर भारत तथा इस क्षेत्र के ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक विश्व स्तरीय रिटेल एवं लेजर गणतव्य होगा। इससे निवेश के साथ-साथ रोजगार और व्यापार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में ‘ईज ऑफ डूईंग बिजनेस‘ को संभव बनाने के लिए कई प्रभावी कदम उठा चुकी है और यह प्रोजेक्ट इस क्षेत्र के लिए हमारी विकास योजनाओं का एक और प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि आज विश्व में नई तकनीक और डिजिटल इंटरफेस एक ऐसी दुनिया का निर्माण कर रहे हैं जो नए अवसरों और चुनौतियों दोनों को खोल रही है। नई प्रक्रियाएं और नए उत्पाद आर्थिक विकास के नए रास्ते खोल रहे हैं। लोग और मानवीय मूल्य हमेशा विकास और प्रगति के केंद्र में होते हैं इसलिए हमें भी आपसी जुड़ाव की सोच के साथ काम करने की जरूरत है जिसके लोगों और अर्थव्यवस्था पर दूरगामी परिणाम होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की आपसी सहभागिता का प्रभाव विश्व में दिखाई देगा। जो देश या प्रदेश इन परिस्थितियों का लाभ उठाएगा वहीं प्रगति की राह पर आगे बढेगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक उत्पादन, डिजाईन और मेन्युफक्चरिंग में मूलभूत परिवर्तन हो रहे हैं। डिजिटल प्लेटफार्म, ऑटोमेशन और डाटा फ्लो ने दुनिया में भौगोलिक दूरियों के महत्व को घटा दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते औद्योगिक परिवेश में इन्नोवेशन तथा पारम्परिक उत्पादन हमारे युवा के लिए रोजगार का बड़ा स्त्रोत रहेगे। दूसरी तरफ हमारी मानव संशाधन को भी अपने स्किल को बढाकर जीवन में बदलाव लाने की जरूरत है। इसीलिए कौशल विकास और शिक्षा की नीतियांे में तेजी से बदलाव लाना होगा। इसके लिए विद्यालय और विश्व विद्यालय का पाठ्यक्रम इस प्रकार से डिजाईन किए जाएं कि वह युवाओं का भविष्य बनाने मे कारगार हो। मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें ये जानकर प्रसन्नता हुई है कि भारत में आइकिया जो भी बेचता है उसका 27 प्रतिशत वह स्थानीय स्त्रोतों से लेता है, जिसे आने वाले वर्षो में 50 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस तरह की पहल जहां एक ओर स्थानीय युवाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर उपलब्ध करवाएगी वहीं दूसरी ओर इससे हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बढावा मिलेगा। इस औद्योगिक क्रांति में पूंजी से ज्यादा प्रतिभा का महत्व होगा। इसलिए हमें ह्यूमन कैपिटल और आर्थिक विकास पर समान रूप से ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। नए अवसरों का सदुपयोग नौकरी चाहने वालों को नौकरी देने वाला बनाएगा। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की निवेशक हितेषी नीतियों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सरकार व्यवस्था में ‘एक्ट‘ अर्थात् अकांटेब्लिटी, कम्युनिकेशन और ट्रांसपेरेंसी में विश्वास रखती हैै। उन्होंने बताया कि इन उद्देश्यों को पाने के लिए प्रभावी और सतत संवाद, जल्द निर्णय लेने के लिए मंथन और वर्तमान व्यवस्था में डिजिटल सिस्टम स्थापित करके पारदर्शी प्रणाली विकसित की गई है। मनोहर लाल ने बताया कि हमारी सोच समाज में अंतिम व्यक्ति का विकास करना है। इससे पहले आइकिया इंडिया की सीईओ सुसान पल्वरर ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में अपने व्यवसाय द्वारा लोगों, पर्यावरण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाने के लिए हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता हैर्। इंग्का सेंटर्स के साथ हम होम फनीर्शिंग बाजार में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और लोगों को रिटेल का बेजोड़ अनुभव प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि हम किफायती, खूबसूरत, बेहतरीन डिजाईन वाले सतत होम फनिर्शिंग उत्पाद व सेवाएं उपलब्ध करवाएंगे।