सोनाली के दस्तावेज, चाबियां, डीवीआर कहां?
हिसार, 27 अगस्त (जन सरोकार ब्यूरो): पुलिस की ओर से सुधीर सांगवान और सुखविंद्र को दस दिन के रिमांड पर लिया गया है। वहीं यह रहस्य अभी बरकरार है कि सोनाली के नोएड़ा और गुरुग्राम के फ्लैट के दस्तावेज और चाबियां कहां हैं? इसके साथ ही यह सवाल भी है कि सोनाली के फार्महाऊस से 23 अगस्त की सुबह सुधीर का कौन सा जानकार सीसीटीवी की डीवीआर, कुछ कागजात और लैपटॉप लेकर गया। जैसा कि सोनाली के परिवार ने आरोप लगाया है कि डीवीआर और लैपटॉप ले जाया गया है, तो ऐसे में यह जाहिर है कि डीवीआर और लैपटॉप में कुछ अहम सुराग होंगे, जिन्हें आरोपी मिटाना चाहता होगा। इस मामले को लेकर परिवार अकाऊटैंट शिवम पर भी गंभीर आरोप लगा चुका है। इसके साथ ही यह भी आरोप हैं कि सुधीर के पास सोनाली के हिसार स्थित संतनगर की कोठी, गुरुग्राम और नोएडा के फ्लैट की चाबियां सुधीर के पास हैं। इसके साथ ही सोनाली के बैंक दस्तावेज, एटीएम भी सुधीर के पास होने के आरोप लगाए गए हैं।
गुरुग्राम के फ्लैट को लेकर उठने लगे प्रश्र
वहीं ऐसा भी सामने आया है कि गुरुग्राम के पॉश इलाके में सुधीर का एक फ्लैट है। इस फ्लैट को लेकर भी सोनाली के परिवार वालों ने उस पर आरोप लगाए हैं। सोनाली के जेठ कुलदीप फौगाट ने कहा कि गुरुग्राम में पांच दस हजार रुपए में तो फ्लैट आता नहीं है, कम से कम दो करोड़ रुपए लगे होंगे। कुलदीप फौगाट ने कहा कि सुधीर के पिता और परिवार के अन्य सदस्य पहले ही यह साफ कर चुके हैं, हमने उसे तीन साल पहले घर से निकाल दिया था। ऐसे में कुलदीप ने सवाल किया कि निश्चित रूप से सोनाली के पैसों से ही सुधीर ने फ्लैट खरीदा होगा।
प्लानिंग के साथ सोनाली के साथ जुड़ा था सुधीर: परिवार
सोनाली के भाई वतन ढाका ने हिसार में मीडिया से बातचीत में कहा कि सुधीर पूरी प्लानिंग के साथ सोनाली के साथ जुड़ा था। अब उन्हें सब आभास हो रहा है कि सोनाली की प्रोपर्टी हड़पने के मकसद से सुधीर पूरी रणनीति के साथ आया। उसने सोनाली का भरोसा जीता और उसके बाद सोनाली का पीए बन गया। इस तरह से सुधीर उसका विश्वास जीतकर उसके बारे में सारी जानकारी जुटा लेता है और इसी का प्रतिफल है कि सोनाली की मर्डर गोवा में सोची-समझी साजिश के तहत किया गया।