चंडीगढ़ सेक्टर-9 में अहिंसात्मक व शांतिपूर्ण होगा सोनिया गांधी से ED की पूछताछ का विरोध
नेशनल हेराल्ड केस में ED मंगलवार को सोनिया गांधी से दूसरी बार पूछताछ करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष 11 बजे ED ऑफिस पूछताछ में शामिल होने के लिए जाएंगी। ED के पास 50 सवालों की लिस्ट है, जिसमें से 25 पूछे जा चुके हैं।
इधर, सोनिया से ED की पूछताछ के बीच कांग्रेस मुख्यालय और 10 जनपथ के बाहर सुरक्षाबलों के जवान तैनात कर दिए गए हैं। कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस कांग्रेस के बड़े नेताओं को राजघाट भी नहीं जाने दे रही है।
सोनिया से पूछताछ के 2 बड़े अपडेट्स…
- कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भारी संख्या में सुरक्षाबलों के जवानों की तैनाती की गई है। संसद सत्र चलने की वजह से प्रदर्शन करने पर रोक मुख्यालय के बाहर धारा 144 लागू कर दी गई है।
- कांग्रेस सांसद संसद के भीतर सोनिया गांधी से ED की पूछताछ का मुद्दा उठाएंगे। कांग्रेस ने इसको लेकर सोमवार को रणनीति तैयार की थी।
- 50 सवालों की लिस्ट, 3 घंटे में सोनिया से पूछे गए थे 25 सवाल
- ED सूत्रों के मुताबिक पहले दिन सोनिया गांधी से करीब 25 सवाल पूछे जा चुके हैं। ED ने सोनिया से पूछताछ के लिए 50 सवालों की एक लिस्ट तैयार की थी। इनमें नेशनल हेराल्ड से जुड़े ट्रस्ट, 10 जनपथ पर इसकी बैठक जैसे सवाल भी थे। हालांकि, 3 घंटे की पूछताछ के बाद अधिकारियों ने स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें घर जाने को कह दिया था।
- इधर, सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के विरोध में हरियाणा कांग्रेस का आज सत्याग्रह आंदोलन होगा। यह सत्याग्रह चंडीगढ़ में सेक्टर-9 में पार्टी कार्यालय में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से होगा।
सत्याग्रह तब तक जारी रहेगा, जब तक कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ईडी कार्यालय से बाहर नहीं आ जाती। इससे पहले भी सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने ईडी कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन किया था, परंतु पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया था।
कांग्रेस का कहना है कि सोनिया गांधी को बेवजह परेशान करने के उद्देश्य से प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को उन्हें पुन: बुलाया है। बेरोजगारी और मंहगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को बेवजह परेशान किया जा रहा है। तानाशाही रवैया अपनाया जा रहा है।
भाजपा सरकार को डर है कि विपक्षी पार्टियां उससे प्रतिवर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने के वादे, डीजल, पेट्रोल, रसोई गैसे की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की बढ़ रही कीमतों, किसानों की फसल पर MSP की गारंटी जैसे सवाल न पूछे, इसलिए विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ झूठे केस बनाए जा रहे हैं।