संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा- संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बोले-26 को खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ नाम से राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को सौंपेंगे ज्ञापन
सोनीपत। केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर 206 दिनों से दिल्ली की सीमाओं को घेरे बैठे किसान नेताओं ने स्पष्ट किया है कि, जब तक सरकार किसानों की मांगों को लेकर सकारात्मक रुख नहीं दिखाती, तब तक वे अपने कदम पीछे नहीं हटाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि वे बातचीत को तैयार हैं, लेकिन सरकार के साथ होने वाली मीटिंग बिना शर्तों के ही होगी। किसान आंदोलन को तेज करने के लिए आगामी रणनीति को लेकर की गई पत्रकारवार्ता में किसान नेताओं ने कहा कि बीजेपी और जेजेपी के नेताओं को योग दिवस मनाने पर गांवों में घुसने से रोकेंगे। इसी कड़ी में 26 जून को खेती बचाओ लोकतंत्र बचाओ नाम से राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। वहीं एसकेएम ने 30 जून को सभी सीमाओं पर ‘हूल क्रांति दिवस’ मनाने का निर्णय लिया है। उस दिन आदिवासी क्षेत्रों के सदस्यों को धरना स्थलों पर आमंत्रित किया जाएगा और आंदोलन को तेज किया जाएगा।