पूरा रात किसानों ने सदर थाने में डाले रखा डेरा, सुबह पुलिस ने सभी को छोड़ा, लघु सचिवालय के बाद फूंका पुतला
फतेहाबाद। बीते दिन किसानों व टोहाना के विधायक देवेंद्र सिंह बबली के बीच हुई कहासुनी के बाद प्रदेश भर में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीती रात थानों में गिरफ्तारियां देने के बाद किसानों ने आज लघु सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। विधायक बबली की गिरफ्तारी की मांग को लेकर किसानों ने लघु सचिवालय के बाद जमकर नारेबाजी की तथा पुतला फूंका।
जानिए.. ये था विवाद
यहां बता दें कि सोमवार को देवेंद्र बबली के टोहाना के नागरिक अस्पताल में वैक्सीनेशन सेशन का उद्घाटन करने की सूचना के बाद कुछ किसान वहां पहुंच गए थे। इसके बाद वहां पहुंचे विधायक के खिलाफ किसानों ने नारेबाजे करते हुए उन्हें गालियां दी तो बबली ने भी गाड़ी से उतरकर किसानों को गाली दी थी। इसके बाद पुलिस के बीचबचाव करने के बाद विधायक वहां से चले गए लेकिन किसानों व बबली के बीच हुए इस विवाद के चलते प्रदेशभर के किसरान लांमबंद हो गए हैं तथा प्रदेश में सब जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
घेराव करने वालों से हमारा कोई वास्ता नहीं: चढ़ूनी
घेराव करने वालों से हमारा वास्ता नहीं : चढूनी
गुरनाम चढ़ूनी ने बुधवार रात वीडियो जारी कर कहा कि टोहाना में शाम को जिन लोगों ने विधायक के घर का घेराव किया, उपद्रव करने की कोशिश की, उनका संयुक्त मोर्चा से वास्ता नहीं है। प्रशासन से बातचीत के बाद तय हुआ था कि 7 जून तक का समय दिया जाता है, लेकिन कुछ लोगों ने नाम चमकाने के लिए गलत किया। उधर, किसान नेता मनदीप नथवान ने सदर थाने के घेराव में बोलते हुए कहा कि पुलिस ने जिन किसानों को गिरफ्तार किया है, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए।
5 को करेंगे दुडऱाम के निवास का घेराव
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों द्वारा 5 जून को कृषि कानूनों के 1 साल पूरा होने पर पूरे देश में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के दफ्तरों व कार्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा और प्रदर्शन के बाद कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगी। आज संयुक्त किसान मोर्चा फतेहाबाद तहसील इकाई की वर्चुअल मीटिंग वरिष्ठ सदस्य मलकीत सिंह फौजी की अध्यक्षता में हुई, जिसका संचालन योगेन्द्र सिंह भूथन ने किया। मीटिंग में निर्णय लिया गया कि उपरोक्त राष्ट्रव्यापी आह्वान पर 5 जून शनिवार को फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम के भट्टू रोड स्थित दफ्तर के सामने पूरे क्षेत्र के मेहनतकश और बुद्धिजीवी इक_े होकर प्रदर्शन करेंगे और काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाएंगे। मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य संदीप काजला ने बताया कि 5 जून को जनविरोधी कृषि कानूनों को अध्यादेश के रूप में लागू किए 1 वर्ष पूरा हो जाएगा, इसलिए इस दिन को पूरे देश में संपूर्ण क्रांति दिवस के रूप में मनाया जाएगा।