हरियाणा, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में चोरी, लूट, छीनाझपटी, डकैती और हत्या के प्रयासों के दर्ज हैं अनेक केस
करनाल। करनाल पुलिस द्वारा जेल में बंद अपने आकाओं के इशारे पर गंभीर वारदातों को अंजाम देने वाले चार 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश में कई संगीन मामलों में पहले भी केस दर्ज हैं। आरोपियों ने कुछ दिन पहले ही करनाल के एक व्यवसायी को भी गोली मारकर लूटपाट की कोशिश की थी। इस वारदात के बाद पुलिस कप्तान गंगाराम पुनियां ने स्पेशल टीमों का गठन कर बदमाशों को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए थे।
पकड़े गये बदमाशों की पहचान सहारनपुर के ननौती निवासी दिलनवाज उर्फ पंकज उर्फ आबिद उर्फ सलमान, गंगोह निवासी अहतशाम, घरौंडा निवासी साहिल और कुरुक्षेत्र जिले के गांव टाटका के संजीव के रूप में हुई है। उनके कब्जे से पुलिस ने 32 बोर का एक अवैध पिस्तोल भी बरामद किया है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पता चला कि इन्होंने बिजनौर जिले के गांव सल्लपुर निवासी अपने पांचवें साथी दीपक के साथ घरौंडा में एक दुकान मालिक को गोली मारी और राशि लूटने की कोशिश की। यह घटना 9 अप्रैल 2021 की बताई गई है। मोटरसाइकिल पर सवार होकर तीन युवक जुनेजा ट्रेडिंग कंपनी के मालिक विनोद जुनेजा की घरौंडा स्थित दुकान पर लूूट के मकसद से आए और दुकान मालिक पर गोली चलाई। विनोद जुनेजा के पेट में गोली लगी लेकिन उसकी सूझबूझ की वजह से लूट की साजिश सफल नहीं हुई। दुकान पर काम करने वाले एक युवक अमरीश कुमार की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 397, 398 और आम्र्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया।
जांच में पता चला कि इस वारदात को दिलनवाज, अहतशाम और दीपक ने अंजाम दिया। घरौंडा निवासी साहिल ने उन्हें सारी रेकी करके जानकारी दी थी और संजीव तीनों आरोपियों को अपनी गाड़ी से घरौंडा लेकर आया था। इस गिरोह के सरगना दिलनवाज पर 5 दिसंबर 2020 को भी केस दर्ज किया गया था। इसमें इंकम टैक्स के फर्जी अधिकारी बनकर लूट का प्रयास किया गया जिसमें सोनू, रमन कांडा उर्फ कर्ण, दिलनवाज, मंगल उर्फ चाचा बतौले, पीएस जायसवाल, नेहा व सलिंद्र उर्फ लंबू शामिल थे। इनमें से दिलनवाज व महिला आरोपी फरार चल रहे थे। सोनू और दिलनवाज ने लूट के इरादे से घरौंडा के प्रमोद कुमार पर भी पिस्तोल से हमला किया लेकिन लूट नहीं कर सके। उनके खिलाफ धारा 307, 392, 506, 511 व शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज किया या था। सोनू को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार चारों आरोपी जेल में बंद अपने साथियों के इशारों पर लूट और डकैती जैसी गंभीर वारदातें करते थे। दिलनवाज के खिलाफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 20 मामले चोरी, लूट, डकैती और हत्या के प्रयास के हैं। सहारनपुर के एक मामले में वह मोस्ट वांटेड भी है। अहतशाम पर सहारनपुर जिले में लूटपाट, छीनाझपटी, हत्या का प्रयास और आम्र्स एक्ट के चार केस हैं। इनमें गिरफ्तारी के बाद वह जमानत पर था। संजीव के खिलाफ कुरुक्षेत्र में एक गाड़ी लूटने का मामला दर्ज है और वह भी जमानत पर बाहर था। साहिल के विरुद्ध वर्ष 2017 में करनाल में अवैध शराब तस्करी का केस दर्ज है और वह जेल में भी रह चुका है।