विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में हथकड़ी पहन कर किया प्रदर्शन, कहा – भारत और भारतीय का अपमान सहन नहीं करेंगे

जन सरोकार ब्यूरो
नई दिल्ली, 6 फरवरी। हाथों में हथकड़ी और पैरों में जंजीर बांध अमेरिका से वापस भेजे गए प्रवासी भारतियों की तस्वीर वायरल होने के बाद से देश में गुस्सा है, ट्रंप की इस हरकत को देखकर देश के लोग नाराज हैं और इसे भारत और भारतीयों का अपमान बता रहे हैं, देश के लोगों के गुस्से को समझते हुए आज विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने ट्रंप और मोदी के विरोध में नारेबाजी की, गठबंधन के इस प्रदर्शन में कुछ सांसद हथकड़ी पहने हुए दिखाई दिए, नेताओं के हाथ में पोस्टर बैनर थे।
ट्रंप द्वारा भारतीयों को वापस भेजे जाने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के निशाने पर हैं, विपक्ष ने नेताओं सहित उनके समर्थक पीएम को टारगेट कर रहे हैं, उनपर तंज कसा रहे हैं कि मोदी के दोस्त ट्रंप ने शपथ लेते ही ये कैसा तोहफा दिया है, जो भारत और भारतियों का अपमान है। आज विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में इसी मुद्दे पर प्रदर्शन किया, संसद में भी सांसदों ने अमेरिका की इस हरकत पर नाराजगी जताई, प्रदर्शन के दौरान जहाँ सांसद ट्रंप और मोदी विरोध में नारे लगाते रहे।
सांसद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भारतीयों एक साथ हुए इस तरह के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ‘बहुत बात की गई थी कि मोदी जी और ट्रंप जी बहुत अच्छे मित्र हैं, फिर मोदी जी ने ऐसा क्यों होने दिया? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है कि उनको हथकडिय़ां और बेडय़िां पहनाकर भेजा जाए? ये कोई तरीका है, प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।’ कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि भारतीय नागरिकों के साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया है, जो अमानवीय है। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या वह इस पर चुप्पी साधे रहेगी और अमेरिका से अपने नागरिकों के सम्मान की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगी।
डीएमके के सदस्य तिरुचि शिवा ने इस व्यवहार को अमानवीय बताते हुए सरकार से पूछा कि वह ऐसे भारतीयों को वापस लाने के लिए क्या योजना बना रही है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका के साथ घनिष्ठ संबंधों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय नागरिकों के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में कहा, ‘अमेरिकी सरकार द्वारा मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और गुजरात से संबंधित 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को निर्वासित किया गया है। यह बहुत ही दुखद और अपमानजनक है। निर्वासन प्रक्रिया के दौरान उन्हें बेडय़िों में जकड़ा गया और उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया, जिससे उनकी मानवीय गरिमा और अधिकारों को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हुई हैं।’ कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘अगर आप अमेरिका में अवैध हैं, तो अमेरिका को आपको निर्वासित करने का अधिकार है, और अगर आपकी भारतीय नागरिकता की पुष्टि हो जाती है, तो भारत को आपको स्वीकारने का कर्तव्य है। हालांकि, यह सुनकर अच्छा नहीं था कि उन्हें सैन्य विमान में हथकड़ी और जंजीरों में भेजा गया। यह बिल्कुल अनावश्यक था। उन्हें वाणिज्यिक विमान में भेजना पर्याप्त होना चाहिए था। अगर आप बड़े पैमाने पर निर्वासन करना चाहते हैं, तो इसे नागरिक विमानों के जरिए करें। यह ज्यादा मानवीय तरीका होगा।’ कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने इस व्यवहार को ‘अपमानजनक’ बताया और सरकार से इस पर कड़ा रुख अपनाने की मांग की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इन नेताओं ने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारतीय नागरिकों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार की निंदा की और सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की।