बिजली निगम के चेयरमैन ने इस्तीफा दे दिया और सरकार ने आईपीएस, आईएएस व एचपीएस अफसरों की तबादलों की झड़ी लगा दी, शनिवार दोपहर बाद लोकसभा चुनाव के एलान के साथ ही लग जानी है आचार-संहिता
आरके सेठी
चंडीगढ़, 15 मार्च। हरियाणा में सीएम बदले अभी तीन दिन ही हुए हैं और अफसरशाही सरकार के ‘सिर’ पर बैठ रही है। शनिवार को लोकसभा चुनाव का एलान होना है। हरियाणा सचिवालय में अफसरों की ट्रांसफर से लेकर, ओएसडी लगाने, मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री को पीएसओ दिए जाने सहित बेहिसाब कामों के बीच हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल और सीएम ऑफिस के ऑवरऑल इंचार्ज रिटायर्ड सीनियर आईएएस राजेश खुल्लर में बात बिगड़ गई। बताया गया है कि दोनों सीनियर अफसरों में किसी बात पर मतभेद हो गया और आखिरकार संजीव कौशल खफा हो कर सब छोड़छाड़ कर छुट्टी पर चले गए। सरकार ने तुरत-फुरत गृहविभाग के एडिशनल चीफ सेके्रटरी टीवीएसएन प्रसाद को चीफ सेक्रेटरी का कार्यभार सौंपने के आदेश जारी कर दिए। खुल्लर को रिटायरमेंट के बाद भी मनोहर सरकार में विदेश से वापिस बुला कर सीएमओ का ऑवरऑल इंचार्ज बनाया गया था। इसी बीच, शुक्रवार को बिजली निगम के चेयरमैन पीके दास ने भी इस्तीफा दे दिया।
इससे पहले पहले शुक्रवार को ही हरियाणा सरकार ने 24 पुलिस अफसरों और 22 प्रशासनिक अधिकारियों के भी ट्रांसफर किए। इनमें सबसे महत्वर्पूण करनाल और रेवाड़ी के एसपी को एकदूसरे की सीट पर बदल देना रहा। यानि, करनाल के एसपी शशांक कुमार सावन को रेवाड़ी का एसपी लगा दिया गया और रेवाड़ी के एसपी दीपक सहारण को करनाल का एसपी लगा दिया गया। ध्यान रहे कि करनाल लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बीजेपी ने मैदान में उतारा है।
हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी में बड़ा चेहरा रहे सीनियर आईएएस पीके दास को मनोहर सरकार में रिटायरमेंट के बाद बिजली निगम का चेयरमैन बनाया गया था। आज उनसे भी इस्तीफा ले लिया गया है। इससे पहले हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह ने इस्तीफा दे दिया। भोपाल सिंह तीन साल पहले हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में चेयरमैन नियुक्त हुए थे। उनका कार्यकाल 23 मार्च तक था।